लक्ष्य से पहले शौच से मुक्त और उत्कृष्ट कार्य करने पर दिया प्रशस्ति पत्र
आगामी वित्तीय वर्ष में नगर पंचायत को तीन करोड़ देने का किया वादा
रुद्रप्रयाग। नगर पंचायत अगस्त्यमुनि को लक्ष्य से पहले खुले में शौच से मुक्त और क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पंचायत अध्यक्ष अशोक खत्री को प्रशस्ति पत्र के साथ ही पुष्प भेंट कर सम्मानित किया।
देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सीएम रावत ने नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के अध्यक्ष अशोक खत्री को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में नगर पंचायत अगस्त्यमुनि का गठन हुआ था, जिसके बाद केदारनाथ जैसी भयावह आपदा ने नगर पंचायत को घेरे रखा। बावजूद इसके नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक खत्री ने कभी हार नहीं मानी और नगर पंचायत का चहुमुखी विकास किया। सीएम रावत ने कहा कि नगर पंचायत अगस्त्यमुनि को खुले में शौच से मुक्त कर लिया गया है। साथ ही इन पांच सालों के भीतर नगर पंचायत का विकास तेजी से हुआ है, जिसके लिए अध्यक्ष श्री खत्री बधाई के पात्र हैं। वहीं सीएम रावत द्वारा सम्मानित किये जाने पर नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक खत्री ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने सीएम रावत के सम्मुख नगर पंचायत की अन्य समस्याओं को भी रखा। श्री खत्री ने कहा कि नगर पंचायत के जवाहरनगर और सिल्ली में गर्मियों के दिनों में पेयजल की गंभीर समस्या बनी रहती है।
पानी न होने से जनता को मीलों दूर से पानी की आपूर्ति करनी पड़ती है। या फिर मंदाकिनी नदी का गंदा पानी पड़ता है। इसके लिए श्री खत्री ने योजना निर्माण को लेकर पत्र सीएम को सौंपा, जिस पर सीएम रावत ने पेयजल सचिव को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिये। इसके अलावा नगर पंचायत अध्यक्ष श्री खत्री ने सिल्ली से चन्द्रापुरी तक सिटी बस सेवा की भी मांग रखी। इस पर सीएम रावत ने टीएचडीसी के सीएसआर फंड से नगर पंचायत को बस दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही सीएम रावत ने नये वित्तीय वर्ष में नगर पंचायत को तीन करोड़ रूपये देने का भरोसा भी दिया।