यमुनोत्री के ऊपर बादल फटने से यमुनोत्री धाम ,जानकीचट्टी सहित यमुना तट से जुड़े कस्बों में ढाई बजे रात्री से अफरा तफरी का माहौल बना रहा
उत्तरकाशी । यमुनोत्री के ऊपर बादल फटने से यमुनोत्री धाम ,जानकीचट्टी सहित यमुना तट से जुड़े कस्बों में ढाई बजे रात्री से अफरा तफरी का माहौल बना रहा ,जानकीचट्टी में 15 मिनट तक धरती पर कंपन महसूस किया गया , यमुनोत्री में मंदिर को जोड़ने वाला लोहे का पैदल पुल, वीआईपी रूम, मंदिर की सीढ़ियां , पूजा सामग्री और चाय की 4 दुकानें बह गयी, इसके अलावा जानकी चट्टी में 10 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गयी है, दुकानों में रखा लाखों का सामान बह गया ।
यमुनोत्री पुलिस और जानकी चट्टी पुलिस सहित स्थानीय लोगो ने रात से सुबह तक यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुचाने का काम किया , यमुनोत्री पैदल मार्ग राम मंदिर के पास 15 मीटर मार्ग का हिस्सा सहित वन विभाग की बम्बो हट /चौकी क्षतिग्रस्त होने से यात्रा पर ब्रेक लग गया है । यमुनोत्री धाम में फंसे मध्यप्रदेश के 11 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाल लिया गया है । पैदल मार्ग टूटने से अब तीर्थ यात्रियों को यमुनोत्री धाम जाने से रोका जा रहा है , लोक निर्माण विभाग ने पैदल मार्ग को खोलने के लिए काम शुरू कर दिया है , मंगल देर सायं तक मार्ग बनाने का लोनिवि ने दावा किया है । इधर जानकी चट्टी ,खरशाली में पेयजल संकट आ गया साथ ही कई बिजली के पोल गिरने से विधुत आपूर्ति ठप हो रखी है ।
यमुनोत्री मोटर मार्ग में डबरकोट से बारिश के चलते मार्ग बंद व खुलने का सिलसिला जारी हो रखा है , इधर यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने आपदा ग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया और घटना की पूरी जानकारी से सी. एम.त्रिवेंद्र रावत को अवगत कराया । वही घटना की जानकारी मिलते है जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान , उपजिलाधिकारी पूरण राणा , तहसीलदार बुद्धि लाल, थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल जानकी चट्टी पहुँचे ।