मित्र पुलिस का घिनौना चेहरा आया सामने , लात और बेल्टों से दो युवकों के शरीर को छिला , पुलिस कर्मियों को किया लाइन हाजिर, जांच के बाद होगी कार्रवाई
रुद्रप्रयाग। शनिवार देर रात को मित्र पुलिस की हैवानियत देखने को मिली। मुख्यालय में मित्र पुलिस के बेहरहम चेहरे ने सबको हिलाकर रख दिया। आरोप है कि कोतवाली में रात को तीन पुलिसकर्मियोें ने दो युवकों को बेल्ट और लातों से इतना ज्यादा पीटा कि पूरा शरीर छिल गया। दोनों युवक चिल्लाते रहे, मगर पुलिस कर्मियों ने कायदे कानूनों को ताक पर रखकर अपनी पूरी भड़ास युवकों पर निकाली।
मामले के अनुसार शनिवार देर रात्रि दो युवक एक वाहन से शराब लेकर जा रहे थे कि मुख्य बाजार में पुलिस ने वाहन को पकड़ लिया और कोतवाली लेकर गये। युवकों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पहले तो वाहन को सीज किया और बरामद दस पेटी शराब को जफ्त किया तथा उनके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया। बाद में कोतवाली में ही तीन पुलिसकर्मियों ने अपनी बेल्टों व लातों से दोनों युवकों को बेरहमी से पीटा। साथ ही मेडिकल न करवाने की भी धमकी दी।
किसी तरह जमानत होने के बाद दोनों युवकों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब शराब ले जाने के जुर्म में पुलिस ने कार्यवाही कर दी थी तो इस कदर बेरहमी से नहीं पीटा जाना चाहिए था। व्यापारी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि मित्र पुलिस का व्यवहार आम जनता के साथ ठीक नहीं है। आये दिन जनता को किसी न किसी तरह परेशान किया जाता है। मित्र पुलिस को मारने का हक किसने दिया है। पुलिस का कार्य कार्रवाई करने का है। जो लोग शराब पीकर आये दिन बाजारों में हुड़दंग मचाते हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती और जो लोग शराफत से रह रहे हैं उन्हें परेशान किया जा रहा है। पुलिस को जनता और जनप्रतिनिधियों का कोई डर नहीं है। सबके सामने ही पुलिस अपनी अकड़ दिखाती रहती है। कहा कि जिन दो युवकों को पुलिस ने बेहरमी से मारा, वे तो शराब की पेटी लेकर जा रहे थे। इन युवकों ने कोई बड़ा जुर्म नहीं किया था कि पुलिस ने उन्हें इतनी बेदर्दी से पीटा। उन्होंने ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं पुलिस उपाधीक्षक श्रीधर बडोला का कहना है कि मामले में तीन पुलिस जवानों का नाम सामने आने पर लाइन हाजिर किया गया है। जांच के बाद पुलिस जवानों पर कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।
