उत्तराखंड

SIT को सौंपी गई एंजेल चकमा हत्याकांड की जांच, फरार आरोपी पर इनाम एक लाख रुपये..

SIT को सौंपी गई एंजेल चकमा हत्याकांड की जांच, फरार आरोपी पर इनाम एक लाख रुपये..

 

 

 

 

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एमबीए की पढ़ाई कर रहे त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या के मामले में राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने व्यक्तिगत रूप से एंजेल के पिता से बात कर मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा दिलाने का भरोसा दिया। मामले की जांच के लिए देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है। एसआईटी का नेतृत्व एसपी देहात पंकज गैरोला कर रहे हैं। एसआईटी घटना स्थल से जुड़े सभी सबूतों को जुटाकर आरोपियों तक पहुंचने में लगी है। पुलिस मुख्यालय ने फरार मुख्य आरोपी यज्ञ राज अवस्थी के खिलाफ अब एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। इससे पहले आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम था। आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस नेपाल तक पहुंची, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।

जांच के दौरान यह पता चला है कि झगड़े के दौरान आरोपियों ने एंजेल पर हाथ में पहने कड़े और अंडे काटने वाले चाकू से हमला किया। इस हमले में छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की रिपोर्ट और पोस्टमार्टम में पुष्टि हुई कि हमला इतना गंभीर था कि एंजेल ब्रेन डेड की स्थिति में चला गया और 26 दिसंबर को उसकी मृत्यु हो गई। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि अब एसआईटी इस बात की जांच कर रही है कि आरोपी ने अचानक चाकू का इस्तेमाल क्यों किया। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में नस्लीय टिप्पणी जैसी कोई घटना सामने नहीं आई है। शिकायत में जातिसूचक शब्दों का उल्लेख था, जिस आधार पर पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट की धाराएँ भी जोड़ी हैं।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है। आयोग ने मुख्य सचिव और डीजीपी से अब तक की कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। साथ ही प्रदेश में पूर्वोत्तर छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। आयोग की अध्यक्षता प्रियांक कानूनगो ने की, और सहाद्री राइट्स फोरम की ओर से भेजी गई शिकायत को ध्यान में रखा गया। मामले ने न केवल देहरादून बल्कि पूरे प्रदेश में पूर्वोत्तर छात्रों की सुरक्षा और सामुदायिक संवेदनशीलता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन इस घटना के पीछे की सभी परिस्थितियों को स्पष्ट करने और दोषियों को सजा दिलाने में पूरी तरह सक्रिय हैं।

 

 

 

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