उत्तराखंड

चमोली के मुख गांव में बादल फटने की घटना, SDRF टीम राहत कार्य में जुटी..

चमोली के मुख गांव में बादल फटने की घटना, SDRF टीम राहत कार्य में जुटी..

 

उत्तराखंड: चमोली जनपद में नंदप्रयाग घाट से आगे मुख गांव में बादल फटने की खबर है। इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल हैं। घटना की सूचना मिलते ही राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) की टीम को तुरंत मौके पर रवाना किया गया। राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है और स्थानीय प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है। भारी बारिश के कारण इलाके में भूस्खलन की आशंका जताई जा रही है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण घरों, रास्तों और खेती योग्य भूमि को नुकसान होने की संभावना भी बनी हुई है। कई संपर्क मार्ग अवरुद्ध होने की खबरें भी सामने आ रही हैं। मौसम विज्ञान विभाग के हाइड्रोमेट डिवीजन (नई दिल्ली) ने इस क्षेत्र के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने बताया है कि आगामी 24 से 48 घंटों तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है। सभी राहत एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही संभावित खतरे वाले इलाकों में SDRF की तैनाती की जा रही है। स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है।

उत्तराखंड के मुख गांव (चमोली) में मंगलवार सुबह बादल फटने की घटना के बाद राज्य में प्राकृतिक आपदाओं को लेकर सतर्कता और बढ़ा दी गई है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) ने एक आधिकारिक पत्र जारी कर राज्य के 11 जिलों के जिलाधिकारियों को उच्च सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। राज्य आपातकालीन केंद्र द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सोमवार से अगले 24 घंटे तक उत्तराखंड में अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी में भारी बरसात के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने और बाढ़ के खतरे की संभावना व्यक्त की गई है। इन जिलों में प्रशासन से आवागमन पर नियंत्रण, सतर्क निगरानी, और स्थानीय अलर्ट तंत्र को सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए हैं।

उत्तराखंड में बारिश के बाद मलबा आने से 74 सड़के बंद हो गई हैं। वहीं पहले से बंद ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी औजरी के पास नहीं खुल पाया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार रुद्रप्रयाग में पांच, उत्तरकाशी में एक एनएन और आठ ग्रामीण सड़के बंद हैं। इसके साथ ही नैनीताल में एक, चमोली में एक राज्य मार्ग और 20 सड़के, पिथौरागढ़ में 9, अल्मोड़ा में तीन, बागेश्वर में आठ, चंपावत में एक, पौड़ी में छह, देहरादून में चार और टिहरी जिले में आठ ग्रामीण सड़के बंद हैं।

 

 

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