देहरादून। लम्बी बीमारी के बाद उत्तराखंड के जाने-माने चित्रकार बी मोहन नेगी का आज देहांत हो गया। 65 वर्षीय बी मोहन नेगी ने देहरादून के कैलाश हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। जैसे ही उनके निधन की खबर फैली, पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ गई और उनके अंतिम दर्शन के लिये प्रशंसकों का तांता लग गया।
मूलरूप से पुण्डोरी गांव पट्टी मनियारस्यूं निवासी नेगी का जन्म देहरादून में हुआ था। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उपचार के दौरान उन्होंने कैलाश हॉस्पिटल देहरादून में अंतिम सांस ली।
बालपन से ही उनका रुझान चित्रकला में था। उन्होंने 70के दशक से कविता पोस्टर में रंग भरना शुरू किया। जो उनकी आखिरी सांस तक चलता रहा। कवि चंद्र कुंवर बर्त्वाल की कविताओं पर उन्होंने सबसे ज्यादा 100 कविता पोस्टर रचे। उनके चित्र दिल्ली, मुंबई, सहित कई स्थानों पर प्रदर्शित भी किए गए।
दिल्ली दूरदर्शन ने उनके भोजपत्र पर चित्रकला पर फेश इन द क्राउन नाम से प्रसारित किया। उन्हें चित्रकला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए हिमगिरी सम्मान, चंद्र कुंवर बर्त्वाल सम्मान सहित अनेक सम्मानो से विभूषित किया गया।
