जंगली सूअर ने मार डाली महिला..
उत्तराखंड: भैंसियाछाना विकासखंड के सुदूर नैणी देवायल गांव में जंगली सूअर के हमले में महिला की मौत हो गई। हिसक हो उठे सूअर ने इतने घातक वार किए कि कुछ ही देर में वह दम तोड़ गई। उसे बचाने पहुंची अन्य महिलाओं पर भी सूअर ने हमला किया। मगर कुछ दूर रहने वाले एक श्रमिक ने अपनी जान पर खेल जंगली सूअर पर पलटवार कर अन्य महिलाओं की जान बचा ली। सूअर भी मौके पर ही मारा गया। विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान व वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा ने देर शाम मौका मुआयना किया। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।
दिल दहला देने वाला मामला बुधवार शाम का है। अल्मोड़ा पिथौरागढ़ हाईवे पर दलबैंड से करीब नौ किमी दूर नैणी देवाल गांव के नारायण राम की पत्नी सरस्वती देवी (62) अपने मवेशियों को लेकर घर की ओर लौट रही थी। तभी रास्ते में झाडि़यों में घात लगाए बैठे जंगली सूअर महिला पर टूट पड़ा। हमला इतनी तेजी से किया गया कि सरस्वती देवी खुद को संभाल नहीं सकी। चीखने चिल्लाने पर आसपास की महिलाएं उसे बचाने पहुंची लेकिन आक्रामक हो चुके सूअर ने उन पर भी हमले का प्रयास किया।
महिलाओं की चीत्कार सुन घटना स्थल से लगभग सौ मीटर दूर रहने वाले श्रमिक रामनाथ गोस्वामी कुल्हाड़ी लेकर महिलाओं को बचाने दौड़े। अपनी जान की परवाह किए बगैर रामनाथ ने कुल्हाड़ी से सूअर पर ताबड़तोड़ प्रहार किए। इससे सूअर मौके पर ही ढेर हो गया। अन्य महिलाओं को तो रामनाथ ने बचा लिया मगर मगर सरस्वती देवी को नहीं बचाया जा सका।
गरीब परिवार को मुआवजे की तैयारी..
विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान व वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा शाम को गांव पहुंची। घटनास्थल का जायजा लिया। वन क्षेत्राधिकारी ने कहा कि महिला व सूअर के शव का पोस्टमार्टम गुरुवार को कराया जाएगा। जंगली सूअर के हमले में जान जाने पर तीन लाख रुपये मुआवजे का प्रावधान है। पोस्टमार्टम के बाद पहली तथा शेष कागजी औपचारिकताएं पूरी होते ही जारी कर दी जाएगी। सूअर को दो पशु चिकित्साधिकारियों की उपस्थिति में विभागीय नियमानुसार जला दिया जाएगा।
घटना दुखद है। राज्य सरकार से गरीब परिवार को जितनी मदद हो सकेगी, दिलाएंगे। इस पूरे इलाके में सूअरों के कई झुंड हैं। भविष्य में दोबारा जनहानि न हो इसके लिए नियमों में कुछ शिथिलता के साथ सूअरों को मारने के निर्देश दिलाने के भी प्रयास किए जाएंगे।