शिक्षक समन्वय समिति ने दी हड़ताल की चेतावनी….
भत्तों में कटौती समेत 10 सूत्री मांगों को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं कर्मचारी…
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति ने 10 सूत्री मांगों का निस्तारण न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है।
समिति ने मुख्य रूप से मांगों में आवास किराए भत्ते 16ः के अनुरूप अनुमन्य कर भत्तों में वृद्धि करने, एसीपी व्यवस्था के स्थान पर 10, 16 व 28 वर्ष की पूर्ण व्यवस्था यथावत रखने, शिथिलता नियमावली 2002 को यथावत रखने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, अटल आयुष्मान योजना से लाभान्वित करने, कर्मचारियों के पक्ष में निर्णय कर शासनादेश को एक समान करने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को अन्य कर्मचारियों के समान लाभ देते हुए ग्रेड पे 4200 प्रदान करने, उपनल कर्मचारियों को कार्य के अनुरूप समान वेतन, निगमों में पूर्व से कार्यरत कर्मियों को पेंशन व्यवस्था लागू करने संबंधी मांग प्रमुखता से रखी।
समिति के मुख्य संयोजक मानवेंद्र सिंह बत्र्वाल, कुशलानंद भट्ट ने कहा कि एक ओर विधायकों और मंत्रियों के भत्तों में वृद्धि हो रही है, जिसका किसी के पास कोई हिसाब नहीं है। वहीं कर्मचारियों के भत्तों को एकाएक हटा दिया गया है। जिससे पूरा कर्मचारी वर्ग आहत है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री प्रकाश पंत से हुई वार्तालाप में कुछ मुद्दों पर सहमति हुई थी, जिसके बाद सरकार की ओर से आगे कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में कर्मचारी हो या राजनेता, सबके लिए वेतन पर समान कानून लागू होना चाहिए। संयोजक दलेव सिंह राणा व रेवत सिंह रावत ने कहा कि यदि सरकार द्वारा कर्मचारियों के हित में उचित कार्रवाई नहीं की जाती है तो कर्मचारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे। साथ ही कर्मचारियों द्वारा निर्णय लिया गया है कि 31 जनवरी को सामूहिक अवकाश लिया जाएगा। जिसके बाद 4 जनवरी को प्रदेशभर के कर्मचारियों द्वारा महारैली का आयोजन किया जा रहा है।