यातायात की सुविधा न होने से ग्रामीण पलायन को मजबूर
शीघ्र मोटरमार्ग का निर्माण कार्य शुरू न होने पर ग्रामीण करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू
रुद्रप्रयाग। जनपद के सीमांत गांव ओरिंग के लिए स्वीकृत कुसुमगाड-ओरिंग मोटरमार्ग का निर्माण न होने पर ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि शीघ्र ही मोटरमार्ग निर्माण की दिशा में कोई कार्यवाही नहीं होती है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जायेगी। इसके साथ ही आपदा से प्रभावित ओरिंग गांव में स्वास्थ्य व जूनियर शिक्षा की भी कोई व्यवस्था न होने पर ग्रामीणों ने रोष जताया।
दरअसल, ग्राम पंचायत ओरिंग के ग्रामीण पिछले दो दशक से क्षेत्र को मोटरमार्ग से जोड़ने की मांग करते आ रही है, लेकिन शासन-प्रशासन की ओर इस समस्या को अनदेखा किया जा रहा है। क्षेत्र में यातायात की कोई व्यवस्था न होने से गांव में विकास की मुख्यधारा से नहीं जुड़ सका है। सोमवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करते हुये आंदोलित ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2016 में कुसमगाड-ओरिंग दो किमी मोटरमार्ग के लिए जिला योजना के तहत स्वीकृति मिली थी, लेकिन अभी तक वित्तीय स्वीकृति न मिलने से क्षेत्रीय ग्रामीणों में खासा रोष बना हुआ है। ग्रामीण दो किमी पैदल चलकर रोजमर्रा के साथ ही अन्य सामान को पीठ पर लादकर अपने गतंव्य को पहुंचते हैं। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कहा कि गांव में स्वास्थ्य सुविधा की कोई व्यवस्था नहीं है। यही हाल शिक्षा का भी है यहां बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के बाद जूनियर एवं इंटर की शिक्षा के लिए भीरी आना पड़ता है।
प्रतिदिन लगभग यहां के बच्चे पांच किमी पैदल चलकर अपने स्कूल पहुंचते हैं। गांव में अन्य बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। कहा कि क्षेत्र में यातायात सुविधा न होने से गांव से लगातार पलायन हो रहा है। केदारनाथ आपदा का असर इस गांव पर भी पड़ा है। इस संबंध में कई बार प्रशासन के साथ ही संबंधित विभाग से पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण अभी तक बजट स्वीकृत नहीं हो सका है। कहा कि यदि शीघ्र मोटरमार्ग को लेकर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती है, तो उग्र आंदोलन के लिये बाध्य हो जाएंगे। इस दौरान आंदोलित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा और शीघ्र मोटरमार्ग का निर्माण शुरू कराने की मांग की। इस मौके पर ग्राम प्रधान सुमित्रा नेगी, नारायण सिंह नेगी, गबर सिंह नेगी, सरपंच शिवराज सिंह रावत, श्रीमती पुष्पा देवी, मासंती देवी, बुद्धि सिंह नेगी, गीता देवी, सत्येन्द्र कंडारी, श्रीधर सिंह, महेन्द्र सिंह, राकेश, प्रवेश सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।