बादल फटने से उत्तराखंड में भारी तबाही, पांच लापता..
बादल फटने से रायपुर-थानों मार्ग पर बना पुल बहा..
देहरादून जिले में बीती रात बादल फटने की खबर सामने आयी है। रायपुर ब्लॉक के सरखेत गांव में लोगों ने यह जानकारी दी। एसडीआरएफ की टीम सूचना पाते ही मौके पर पहुंच गई। घटना के बाद गांव में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।
उत्तराखंड: शुक्रवार रात बारिश उत्तराखंड के कई जिलों में भारी तबाही लेकर आई। देहरादून के मालदेवता सरखेत इलाके में तड़के बादल फटने से भारी तबाही मची है। जिलाधिकारी सोनिका का कहना हैं कि आपदा में पांच लोग लापता बताए जा रहे हैं। जबकि तीन ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं कीर्तिनगर क्षेत्र में सुबह 7 बजे ग्राम कोठार में 14-15 कमरों का आवासीय भवन भूस्खलन होने से मलबे में दब गया है। जिससे 80 वर्षीय बचनी देवी दब गई है। आपदा में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंच गई है ।बादल फटने के कारण नदी एवं कुवा खाला में अत्यधिक पानी आने से ग्राम सरखेत में कुछ मकानों में पानी घुस आया। वहीं शहर में टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास क्षेत्र में लगातार बारिश के बाद तमसा नदी उफान पर है। मंदिर के भीतर पानी घुस गया है।
वहीं रायपुर ब्लॉक के मालदेवता में बादल फटने से सात घर बह गए। सौंग नदी के ऊफान पर आने से रायपुर से थानो रोड पर सौंग नदी पर बना पुल भी टूट गया है। बता दे कि देर रात देहरादून के मालदेवता में बादल फटने से सात घर बह गए। सरखेत से 40 लोगों का रेस्क्यू किया गया। रायुपर और थानो को जोड़ने वाला पुल भी सौंग नदी के ऊफान पर आने से टूट गया है। एसडीआरएफ की टीम मौके पर राहत बचाव में लगी हुई है। गांव में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। इस बीच मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
वही मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक विक्रम सिंह का कहना हैं कि अगले चौबीस घंटे में देहरादून, चमोली और बागेश्वर के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े अधिकारियों रहने की जरूरत है। इन जिलों में भारी बारिश के साथ ही कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है।