चुनावी मोड़ आते ही अपनी योजनाओं को खंगालने लगी उत्तराखंड सरकार..
उत्तराखंड: जब उत्तराखंड सरकार चुनावी मोड़ में आ रही तब मंत्री जी ने समीक्षा बैठकों का दौर तेज़ करते हुए योजनाओं को खंगालना शुरू कर दिया है। इन बैठकों के दौरान पता चल रहा है कि असली हालात क्या हैं ? अब ताज़ा मामला कृषिमंत्री का ही देख लीजिये जब उन्होंने औद्यानिकी के विकास के लिए आवंटित बजट की जानकारी ली तो पता चला बजट खर्च करने के मामले में ज्यादातर जिलों में रफ़्तार सुस्त है आलम ये है कि कई विषयों पर तो अधिकारियों में जानकारी का भी अभाव है। कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने जब उद्यान विभाग के कार्यों की समीक्षा की तो उसमें यह बात सामने आई।
कैबिनेट मंत्री ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने पिथौरागढ़ के डीएचओ को सिंचित क्षेत्र की जानकारी न होने और राज्य सेक्टर में कम खर्च पर टिहरी के डीएचओ को फटकार लगाई। उन्होंने सख्त लहज़े में कहा कि अधिकारी बजट का समय पर सदुपयोग सुनिश्चित करें। इसमें कोताही बरतने पर कार्रवाई करने में संकोच नहीं किया जायेगा।
समीक्षा बैठक में कैबिनेट मंत्री उनियाल ने केंद्र, राज्य व जिला सेक्टर की उद्यान से संबंधित सभी योजनाओं की बैठक में सभी जिलों के जिला उद्यान अधिकारी समेत कई अधिकारी वर्चुअली जुड़े। उन्होंने बागवानी मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत मोर ड्राप-मोर क्राप समेत अन्य योजनाओं के बजट का जल्द सदुपयोग करने के निर्देश दिए।
उन्होंने राज्य एवं जिला सेक्टर की योजनाओं का बजट भी 31 मार्च तक हर हाल में खर्च करने पर जोर दिया। उन्होंने आइएमए विलेज योजना में शामिल गांवों में टपक सिंचाई व घेरबाड़ से जुड़े कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 15 मार्च को वह फिर से विभागीय कार्यों की समीक्षा करेंगे। यानि जैसे जैसे चुनाव और करीब आएगा आपको इस तरह की बैठकों और विभाग से नाराज़गी अभी और देखने को मिलेगी।