कमलप्रीत कौर ने पांचवें प्रयास में 61.37 मीटर का थ्रो किया..
देश-विदेश: ‘खेलों के महाकुंभ’ टोक्यो ओलंपिक में आज यानी सोमवार को भारतीय महिला डिस्कस थ्रो एथलीट कमलप्रीत कौर इतिहास रच सकती हैं। डिस्कस थ्रो का फाइनल शुरू हो गया है। पहले प्रयास में कमलप्रीत ने 61.62 का डिस्कस थ्रो किया। वहीं, अमेरिका की वैलेरी ऑलमैन ने 68.98 मीटर का थ्रो किया। ऑलमैन पहले राउंड में पहले स्थान पर रहीं। पहले राउंड के थ्रो में कमलप्रीत सातवें स्थान पर रहीं। दूसरे प्रयास में वो फाउल कर गईं। उनका थ्रो लीगल नहीं माना जाएगा। बता दें कि डिस्कस थ्रो के फाइनल में 12 एथलीट हिस्सा ले रही हैं। बारिश के बाद डिस्कस थ्रो का फाइनल शुरू हो गया है। कमलप्रीत सहित सभी खिलाड़ी मैदान पर आ चुके हैं। बारिश के कारण खेल को कुछ समय के लिए रोक दिया गया था।
चौथे प्रयास में फाउल
कमलप्रीत चौथे प्रयास में कमलप्रीत फाउल कर गईं। उनके अगले दो प्रयासों पर नजर रहेंगी।
#IND's Kamalpreet Kaur qualifies for three more throws as she ranks sixth in the overall standing 🇮🇳🥏
She threw 63.70m in her third attempt. 👏#StrongerTogether | #UnitedByEmotion | #Tokyo2020
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 2, 2021
कमलप्रीत के पास तीन और मौका
तीसरे प्रयास में कमाल प्रदर्शन के बाद कमलप्रीत अगले तीन और थ्रो के लिए क्वालीफाई कर गईं हैं।
कमलप्रीत ने तीसरे प्रयास में 63.70 मी का थ्रो किया
बारिश के बाद का खेल शुरू होने के बाद कमलप्रीत नौवें स्थान पर पहुंच गई हैं। कमलप्रीत ने तीसरे प्रयास में 63.70 मी का थ्रो किया। इसके बाद वह छठे स्थान पहुंची गई हैं
आपको बता दें कि कमलप्रीत ने क्वालीफिकेशन में 64 मीटर का डिस्कस फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। कमलप्रीत कौर ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए डिस्कस थ्रो के फाइनल में जगह बनाई है। उन्होंने क्वालीफिकेशन में 64 मीटर का डिस्कस फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।क्वालीफिकेशन राउंड में ग्रुप बी में तीसरे प्रयास में 64 मीटर दूर का थ्रो फेंका और दूसरे स्थान पर रहीं। डेब्यू ओलंपिक में कमलप्रीत ने खास प्रभावित किया है। उन्होंने क्वालिफिकेशन के पहले प्रयास में 60.29 और दूसरे प्रयास में 63.97 मीटर दूर डिस्कस फेंका। इसके बाद तीसरे प्रयास में उन्होंने 64 मीटर दूर डिस्कस फेंका। अगर कमलप्रीत पदक जीतने में सफल रहती हैं तो यह ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड में भारत का पहला पदक होगा। कमलप्रीत पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं।