उत्तराखंड

देहरादून का 100 साल से भी पुराना ये बाजार होगा शिफ्ट..

देहरादून का 100 साल से भी पुराना ये बाजार होगा शिफ्ट..

तोड़ी जाएंगी सैकड़ों बिल्डिंग्स..

 

 

 

 

 

 

देहरादून में रेलवे स्टेशन के पास जल्द ही जाम से निजात मिलने वाली है। नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है। जल्द ही अब स्टेशन के पास सब कुछ बदला बदला नजर आएगा। बताया जा रहा है कि सहारनपुर चौक से तहसील चौक तक रोड को 24 मीटर चौड़ा किए जाने की योजना पर काम चल रहा है।

 

 

 

 

उत्तराखंड: देहरादून में रेलवे स्टेशन के पास जल्द ही जाम से निजात मिलने वाली है। नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है। जल्द ही अब स्टेशन के पास सब कुछ बदला बदला नजर आएगा। बताया जा रहा है कि सहारनपुर चौक से तहसील चौक तक रोड को 24 मीटर चौड़ा किए जाने की योजना पर काम चल रहा है। जिसके लिए जहां एक ओर करीब 356 बिल्डिंग तोड़ी जाएगी। तो वहीं पूरे आढ़त बाजार को देहराखास में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए एमडीडीए की टीम ने मंगलवार को थोक व्यापारियों को नए आढ़त बाजार के लिए प्रस्तावित 109 बीघा भूमि दिखाई। यह जगह व्यापारियों को पसंद आई है।

आपको बता दे कि आढ़त बाजार में रोजाना जाम लग रहा है। इसलिए लंबी कवायद के बाद अब रोड चौड़ीकरण प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। एमडीडीए ने इसके रोड चौड़ीकरण और आढ़त बाजार के विस्थापन के लिए 145 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। बाजार को शिफ्ट किया जा रहा है जिससे रोड़ को चौड़ा किया जा सकेगा। पटेलनगर थाने के पीछे स्थित यह जगह करीब 109 बीघा है। इस पर सभी थोक व्यापारियों को शिफ्ट करने के बाद एमडीडीए जगह बचने पर अपनी अन्य परियोजनाओं में इस शेष जमीन का प्रयोग करेगा।

नई आढ़त मंडी को हरिद्वार बाईपास पर यू-आकार में बनाया जाएगा। इसमें एक लेन से वाहन मंडी में प्रवेश करेंगे। जबकि, दूसरी लेन से बाहर की ओर निकल जाएंगे। इन्हीं दोनों लेनों के चारों तरफ दुकानें बनाई जाएंगी। हरित पट्टी की जाएगी विकसित प्रस्तावित स्थल के एक तरफ बिंदाल नदी है। इसके करीब हरित पट्टी विकसित की जाएगी। वहीं, नई मंडी को खूबसूरत बनाने के लिए यहां पर बड़े पैमाने पर पौधरोपण भी किया जाएगा। इस पर भी निरीक्षण के दौरान सहमति बनी। व्यापारियों ने नए आढ़त बाजार को शिफ्ट करने की जगह देखने के बाद उस पर अपनी सहमति दी। जमीन हरिद्वार बाईपास पर स्थित है। इसलिए यहां कनेक्टिविटी की कोई समस्या नहीं होगी।

व्यापारियों ने कहा कि यहां ट्रक आसानी से माल लेकर आ सकेंगे। वहीं, पटेलनगर थाने के पीछे लिंक मार्ग से भी यह जमीन जुड़ी हुई है। इसे वैकल्पिक मार्ग के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है। एमडीडीए प्रशासन जल्द सभी औपचारिकताएं पूरी करे। ताकि, भूखंडों पर दुकानों का निर्माण कराया जा सके। इस दौरान व्यापारियों ने एमडीडीए को सुझाव भी दिए। नई आढ़त मंडी का निर्माण ट्रांसपोर्ट नगर की तर्ज पर किया जाएगा। वहीं प्रोजेक्ट के तहत सहारनपुर से तसहील चौक तक दोनों तरफ दुकानों के चिन्हिकरण को सर्वे पूरा हो गया है। सर्वे में 356 बिल्डिंग चिन्हित की गई हैं, जिनके फ्रंट निर्माण को तोड़ा जाएगा। सड़क के दोनों तरफ से तीन-तीन मीटर दुकानें तोड़ी जाएंगी।

बताया जा रहा है कि सड़क चौड़ीकरण की जद में 108 साल पुराने इनामुल्लाह बिल्डिंग भी आ रही है। ऐसे में इनामुल्लाह बिल्डिंग के अगले हिस्से को तोड़ा जाएगा। यहां के प्रभावित दुकानदारों को एमडीडीए देहराखास में शिफ्ट होने वाले आढ़त बाजार में बसाया जाएगा। वहीं बताया जा रहा है कि गांधी रोड की दुकानों की जमीन को अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। उन्हें म्यूचुअल सेटलमेंट के जरिए दुकान के बदले दुकान दी जाएगी। हालांकि एमडीडीए ने कैश प्रतिकर देने का भी ऑप्शन रखा है। जो दुकान नहीं लेगा उसे सर्किल रेट का दोगुना भुगतान किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर उम्मीद की जा रही है कि जाम से निजात मिल सकेगी।

 

 

 

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