रुद्रप्रयाग। जनपद मुख्यालय में प्रस्तावित सेंटर फ़ॉर एक्सीलेंस में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रतिभाओं को तराशा जायेगा। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में आयोजित उत्तरायणी संस्था की बैठक में जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था द्वारा निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरान्त आन्तरिक साज-सज्जा एवं आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति के लिए उत्तरायणी से धन उपलब्ध कराने एवं विभागीय अधिकारियों को कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उत्तरायणी संस्था को संस्था की वेबासाइड में बद्री-केदार के लोगों को जोड़ने की बात कही।
बैठक में उत्तरायणी के पूर्व अध्यक्ष कर्नल डीपी डिमरी (अवकाश प्राप्त) व पूर्व डीआईजी सीएम बहुगुणा एवं संस्था के नियोजन से जुड़े विभागों के अधिकारियों के सम्मुख संस्था की कार्ययोजना एवं उद्देश्यों पर गहन प्रकाश डालते हुए कहा गया कि संस्था का उद्देश्य यहाँ उत्तराखण्ड के दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली शिक्षा व काॅलेज शिक्षा प्राप्त कर रहे प्रतिभाशाली युवाओं को केन्द्रीय एवं राज्य सेवाओं के साथ ही एनडीए, अर्द्धसैनिक बल एवं सार्वजनिक उपक्रमों में अधिकारी एवं सभी स्तरों पर आयोजित परीक्षाओं के लिए तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शुरूवाती दौर में एनडीए के लिए 50 अभ्यर्थियों का परीक्षा के माध्यम से चयन किया जायेगा।
सेंटर फ़ॉर एक्सीलेंस में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियोंके लिए आवासीय सुविधा के भवन निर्माण के लिए स्थल चयन के लिए आरईएस व सिंचाई विभाग को निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय क्रय समिति का गठन किया जिसमें सदस्य मुख्य शिक्षाधिकारी, जिला सेवायोजन अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी व सेवानिवृत्त कर्नल शामिल है। इसके अतिरिक्त व्यय के के लिए मुख्य विकास अधिकारी व मुख्य शिक्षाधिकारी को संयुक्त खाता खोलने के निर्देश दिये। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता विनोद डिमरी, श्यामलाल सुन्दरियाल, सुशीला भण्डारी व अन्य सदस्य, अधिकारी उपस्थित थे।