एक दिन में 80 लाख से ज्यादा टीके लगवाकर देश ने वैक्सीनेशन में बनाया रिकॉर्ड..
देश-विदेश: कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जारी हुए नए दिशा र्निदेशों के तहत टीकाकरण के पहले दिन ही देश ने टीका लगाने का रिकॉर्ड बना लिया हैं। सोमवार की शाम तक देशभर में टीके की 80 लाख से अधिक डोज लगाई जा चुकी हैं। गत 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के बाद से एक दिन में टीके की सबसे अधिक खुराक दी गई हैं।
वैक्सीनेशन में रिकॉर्ड बनाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी खुशी जाहिर की है और देश को शाबाशी दी हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘आज की रिकॉर्ड तोड़ टीकाकरण संख्या प्रसन्न करने वाली है। COVID-19 से लड़ने के लिए वैक्सीन हमारा सबसे मजबूत हथियार बना हुआ है। उन सभी को बधाई जिन्होंने टीका लगाया और सभी फ्रंट लाइन वॉरियर्स को बधाई जिन्होंने कड़ी मेहनत कर यह सुनिश्चित किया कि इतने सारे नागरिकों को टीका मिल सके। वेलडन इंडिया।
आपको बता दे कि केंद्र सरकार 21 जून से लोगों को फ्री टीके उपलब्ध करवा रही है। संशोधित वैक्सीनेशन पॉलिसी में 75 फीसदी टीके सरकार ने खुद खरीदने का फैसला किया है जबकि 25 फीसदी टीके प्राइवेट अस्पताल खरीद सकेंगे।
क्या हैं संशोधित दिशा निर्देश..
संशोधित दिशा-निर्देशों में कहा गया था, ‘खरीदे गए टीके राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लगातार नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे जैसा कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत के समय से हो रहा है। ये खुराक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा सरकारी टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से प्राथमिकता के अनुरूप सभी नागरिकों को नि:शुल्क लगाई जाएंगी।18 साल से अधिक आयु के नागरिकों के आबादी समूह के मामले में राज्य/केंद्रशासित प्रदेश टीका आपूर्ति कार्यक्रम में अपनी खुद की प्राथमिकता तय कर सकते हैं।
इन दिशा-निर्देशों में कहा गया था कि टीका विनिर्माताओं द्वारा उत्पादन और नए टीकों को प्रोत्साहित करने के वास्ते, घरेलू टीका विनिर्माताओं को सीधे निजी अस्पतालों को टीके उपलब्ध कराने का विकल्प भी दिया गया है जो उनके मासिक उत्पादन के 25 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा। इन दिशा-निर्देशों के अनुरूप, राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश बड़े और छोटे निजी अस्पतालों तथा क्षेत्रीय संतुलन के बीच टीकों के समान वितरण के मद्देनजर निजी अस्पतालों की मांग का संग्रह करेंगे। दिशानिर्देशों में कहा गया था कि निजी अस्पतालों के लिए टीका खुराक की कीमत प्रत्येक टीका विनिर्माता द्वारा घोषित की जाएगी और बाद में किए जाने वाले किसी भी बदलाव के बारे में पहले से ही सूचित कर दिया जाएगा।