उत्तराखंड

तीर्थ पुरोहितों ने काले झंडे दिखाकर गो-बैक के लगाये नारे..

तीर्थ पुरोहितों ने काले झंडे दिखाकर गो-बैक के लगाये नारे..

केदारनाथ में भारी विरोध के बीच दर्शन के बिना वापस लौटे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत..

तीर्थ पुरोहितों ने स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का भी किया घेराव..

 

 

 

 

रुद्रप्रयाग। देवस्थानम बोर्ड को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को केदारनाथ में जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। तीर्थपुरोहितों ने काले झंडे दिखाने के साथ ही त्रिवेंद्र गो-बैक के नारे लगाए। विरोध-प्रदर्शन के चलते त्रिवेंद्र रावत सरस्वती पुल से आगे नहीं बढ़ पाए और केदारपुरी से बाबा के दर्शन किए बगैर वह लौट आए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मंत्री डाॅ धन सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का भी घेराव किया।

 

दरअसल, उत्तराखंड सरकार ने साल 2019 में विश्व विख्यात चारधाम समेत प्रदेश के अन्य 51 मंदिरों को एक बोर्ड के अधीन लाने को लेकर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड का गठन किया था। बोर्ड के गठन के बाद से ही लगातार धामों से जुड़े तीर्थ पुरोहित और हक-हकूकधारी इसका विरोध कर रहे हैं, बावजूद इसके तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीर्थ पुरोहितों के विरोध को दरकिनार करते हुए चारधाम देवस्थानम बोर्ड को लागू किया था। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि राज्य सरकार ने दो महीने का समय मांगा था, लेकिन सरकार वादाखिलाफी कर रही है।

 

देवस्थानम बोर्ड पर कोई फैसला ना आने से तीर्थ पुरोहितों में आक्रोश है। सोमवार को केदारनाथ धाम पहुंचे पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत का तीर्थ पुरोहितों ने घोर विरोध करते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी। सुबह आठ बजे जैसे ही पूर्व सीएम केदारनाथ हेलीपैड पर पहुंचे तो बड़ी संख्या में तीर्थपुरोहित काले झंडे लेकर गोल चबूतरे से सरस्वती पुल पहुंच गए। केदारसभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला के नेतृत्व में तीर्थपुरोहितों ने यहां त्रिवेंद्र रावत को आगे आने से रोक दिया। यहां नोंकझोंक भी हुई, त्रिवेंद्र ने उनकी बात सुनने की कोशिश की, लेकिन तीर्थ पुरोहितों ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें देवस्थानम बोर्ड पर खरी-खरी सुना दी। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बात संभालने का प्रयास किया, लेकिन उनकी भी एक नहीं चली।

 

 

कुछ तीर्थपुरोहित जमीन पर भी लेट गए। सरस्वती पुल से आगे बढ़ने के लिए पूर्व सीएम तीन घंटे तक इंतजार करते रहे, लेकिन यहां सिर्फ उनके विरोध के ही नारे गूंजते रहे। तीर्थपुरोहित नहीं माने तो वह सुरक्षा के बीच जीएमवीएन गेस्ट हाउस में चले गए। इधर, सुबह साढ़े नौ बजे कैबिनेट मंत्री डाॅ धन सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी केदारनाथ पहुंचे। तीर्थ पुरोहितों ने दोनों का मंदिर परिसर में ही घेराव किया और नारेबाजी की। हालांकि तीर्थ पुरोहितों से वार्ता कर उनकी समस्या के समाधान का भरोसा दिया। इसके बाद मंत्री डाॅ धन सिंह रावत और मदन कौशिक ने बाबा केदार के दर्शन किए। इस मौके पर केदारसभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, लक्ष्मीनारायण जुगरान, संतोष त्रिवेदी, राजकुमार तिवारी, कुबेरनाथ पोस्ती, उमेश पोस्ती, बृजबल्लभ बगवाड़ी, रमाकांत शर्मा, धीरेंद्र प्रताप, मुन्ना बगवाड़ी सहित बड़ी संख्या में तीर्थपुरोहित मौजूद थे।

हिंदू धर्म की परंपराओं पर किया प्रहार: सुमंत..

रुद्रप्रयाग। देवस्थानाम बोर्ड के जरिए भाजपा सरकार ने जिस तरह हिंदू धर्म की परंपराओं पर प्रहार करने का अपराध किया है, उसके खिलाफ चारों धामों के तीर्थ पुरोहित सालभर से भी ज्यादा वक्त से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन बावजूद इसके सत्ता के नशे में चूर सरकार अपने फैसले पर अड़ी हुई है। वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी ने कहा कि सरकार की इस हठ से तीर्थ पुरोहित अब इतने ज्यादा व्यथित हो गए हैं कि उन्हें पूजा अर्चना का काम बंद करना पड़ रहा है। गंगोत्री और यमुनोत्री में देवस्थानाम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों ने पूजा-पाठ का काम बंद कर दिया है।

 

इससे समझा जा सकता है कि सरकार के इस दमनकारी निर्णय से वे कितने नाराज हैं। यात्रा काल में, जब देशभर से बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री चार धाम यात्रा पर आ रहे हैं, उस समय तीर्थ पुरोहितों को इस भाजपा सरकार ने पूजा-पाठ का काम बंद करने को मजबूर कर दिया है। अपने को हिंदू धर्म की सबसे बड़ी झंडा बरदार बताने वाली भाजपा सरकार का यह असली चेहरा आज जनता के सामने बेपर्दा हो गया है। सत्ता के मद में चूर भाजपा सरकार आज जिस तरह हजारों वर्षों से चली आ रही परंपराओं पर चोट कर रही है, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केदारघाटी की जनता पूरी ताकत के साथ चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों के साथ खड़ी हैं। उन्होंने सरकार को चेतवानी देते हुए कहा कि तीर्थ पुरोहितों की परंपराओं के साथ खिलवाड़ बंद कर तत्काल देवस्थानम बोर्ड को खत्म किया जाय।

 

 

 

 

 

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top