परवीन सेमवाल
जनता दरबार में नहीं पहुंच रहे अधिकारी, जिलाधिकारी ने अपनाया कड़ा रूख
पुराने विकास में आयोजित जनता दरबार में भारी संख्या में पहुंचे फरियादी
रुद्रप्रयाग। मुख्यालय के पुराने विकास भवन में हर सोमवार को जनता की समस्याओं के निस्तारण को लेकर जनता दरबार लगाया जा रहा है। आलम यह है कि जनता दरबार में जिलाधिकारी के साथ ही मुख्य विकास अधिकारी पहुंच रहे हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी दरबार में आना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। ऐसे में जन समस्याओं के निस्तारण में भी देरी हो रही है। अधिकारियों की इस लापरवाही पर जिलाधिकारी ने अब कड़ा रूख अपनाना शुरू कर दिया है।
सोमवार को जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में पुराने विकास भवन में आयोजित जनता दरबार लगाया गया, लेकिन लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ के अधिशासी अभियंता जनता दरबार कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए। ऐसे में जिलाधिकारी ने लोनिवि के अभियंता के विरूद्ध निलंबन की कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता के प्रति अपनी जवाबदेही को नहीं समझ रहे हैं। जनता दूरस्थ क्षेत्रों से बिना संसाधनों के मुख्यालय पहुंच रही है और अधिकारी हैं कि संसाधन होने के बावजूद भी जनता दरबार में नहीं पहुंच रहे हैं। उन्होंने मौजूद अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि जनता दरबार में उठी शिकायतों का निर्धारित समय के भीतर निस्तारण करें, यदि लापरवाही बरती जाती है तो विभागीय अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।
जनता दरबार में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आशा डिमरी ने शिकायत की कि उत्यासू-मल्यासू मोटरमार्ग का तीन किमी निर्माण होना है, लेकिन अभी तक मात्र एक किमी ही सडक काटी गई है। कहा कि विभागीय लापरवाही के चलते जनता को सडक सुविधा से वंचित रहना पड रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने शेष दो किमी पर कार्य पूर्ण होने तक ईई, एई और जेई का वेतन रोकने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में जो स्कूल बंद हुए हैं, उन स्कूलों के बच्चों को कहां शिफ्ट किया गया है, उसकी सूची प्रस्तुत करें। शिकायतकर्ता प्रताप सिंह निवासी बज्यूण ने बताया कि वह गरीब परिवार से हैं और कर्ज मांगकर किसी तरह शौचालय का निर्माण किया। तीन बार प्रार्थना पत्र विभाग का दे चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है। जिस पर जिलाधिकारी ने पीएम स्वजल और बीडीओ अगस्त्यमुनि को कार्यवाही के निर्देश दिए। प्रधान नवासू भूपति रौथाण ने बताया कि क्षेत्र में अवैध शराब की भारी मात्र मे बिक्री की जा रही है, जिसे रोकने के लिए क्षेत्रांतर्गत अंग्रेजी शराब की दुकानें खोली जाय, जिस पर जिलाधिकारी ने आबकारी अधिकारी को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। पूर्व सभासद हिमपाल भण्डारी ने शिकायत की कि ओएफसी लाइन बिछाने के दौरान गुलाबराय-रैंतोली पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हो गई थी। छह माह बीत जाने के बाद भी योजना पर पानी की आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई है, जिसके चलते जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने मामले में अधिशासी अभियंता जल संस्थान को एक सप्ताह के भीतर पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए। हैबीेटेट फाॅर ह्यूमिनीटी के प्रोग्रामिंग मैनेजर निलेश राज वेदांत ने गौरीकुण्ड से केदारनाथ तक पब्लिक शौचालय निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने सीडीओ, पर्यटन अधिकारी और एसडीएम ऊखीमठ को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए।
जनता दरबार में कुंदी लाल विवासी निवासी नारी सतेराखाल ने कहा कि उनका परिवार गरीब रेखा से नीच जीवन यापन कर रहा है। शौचालय निर्माण के लिए कई बार संबंधित विभाग को पत्राचार कर चुके हैं, लेकिन अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है। जिस पर जिलाधिकारी ने पीएम स्वजल को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए। श्रीमती मधू देवी निवासी क्यूंजा उच्चाढुंगी ने बताया कि उनके पति की वर्ष 2014 में मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद परिवार के भरण-पोषण के लिए कोई जरिया नहीं है, दो लडकियां है और आवासीय भवन ही स्थिति भी जर्जर है, कहा कि नौकरी के साथ ही भवन निर्माण के लिए सरकारी सहायता प्रदान की जाय। जिस पर जिलाधिकारी ने एसडीएम रूद्रप्रयाग, समाज कल्याण अधिकरी व बीडीओ अगस्त्यमुनि को जांच के निर्देश दिए। कार्यक्रम में 57 शिकायतें दर्ज हुई, जिसके सापेक्ष 43 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी, डीएफओ मयंक झा, एसडीएम सदर देवानंद सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और फरियादी मौजूद थे।