रोहित डिमरी
माक्र्सवादी ने की अगस्त्यमुनि में घटना की निंदा
दंगा फैलाने वाले लोगों की हो गिरफ्तारी
रुद्रप्रयाग। भारत की कम्युनिष्ट पार्टी (माक्र्सवादी) ने अगस्त्यमुनि, विजयनगर और बेडूबगड़ में हुए साम्प्रदायिक दंगे की घोर निंदा की।
यहां आहूत बैठक में पार्टी के राज्य सचिव मण्डल के सदस्य कामरेड गंगाधर नौटियाल कहा कि अगस्त्यमुनि में घटी घटना से जिले का नाम बदनाम हुआ है। इससे न केवल लोगों का नुकसान हुआ, बल्कि देश-विदेश में गलत संदेश भी गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे दंगों के कारण ही भाईचारा खत्म होता जा रहा है। जिस दिन घटना घटी, उससे एक दिन पहले से ही संकेत मिल रहे थे, मगर पुलिस प्रशासन सोया रहा और घटना ने आग का रूप ले लिया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की वजह से दंगा हुआ, उनका कोई अता-पता नहीं है और जो छात्र दंगे में भीड़ का काम कर रहे थे उन्हें पुलिस ने दबोच लिया। ऐसा करने से छात्रों का भविष्य खराब हो रहा है। अपनी लाज बचाने के लिए पुलिस ने आनन-फानन में छात्रों की धरपकड़ की, यह सरासर गलत है। पार्टी के जिलामंत्री कामरेड बीरेन्द्र गोस्वामी ने कहा कि साम्प्रदायिक दंगों से माहौल खराब होता है। ऐसे में देश में अशांति ही फैलती है।
जो लोग ऐसे कृत्यों को अंजाम दे रहे हैं, उन्हें जेल की सलाखों के पीछे धकेला जाना चाहिए। घटना के बाद से लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया है। कहा कि पुलिस प्रशासन को जल्द से जल्द घटना के दोषियों को पकड़ना चाहिए। कामरेड नरेन्द्र रावत ने कहा कि पार्टी की ओर से घटना के जिम्मेदार लोगों की शिकायत की गई है, मगर पुलिस प्रशासन ने उनके विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की है और वे आसामाजिक तत्व खुलेआम घूम रहे हैं, जिससे उनके हौंसले भी बुलंद हैं। पार्टी की ओर से प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया गया है और मालूम हुआ है कि जानबूझकर यह साम्प्रदायिक दंगा किया गया है। एक समुदाय विशेष को नुकसान पहुंचाकर यह साफ जाहिर है कि यह एक प्रायोजित कार्यक्रम असामाजिक तत्वों का पूर्व से रचा गया था, जोकि चिंताजनक बात है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि दोषी लोगों के विरूद्ध तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाय, अन्यथा माक्र्सवादी प्रशासन के खिलाफ आंदोलन के लिए विवश हो जायेगी। इस मौके पर जिला अध्यक्ष हरीश किमोठी सहित अन्य मौजूद थे।