रानीखेत में छात्र कोरोना संक्रमित मिला..
उत्तराखंड: में कोविड 19 के चलते आठ माह बंद रहने के बाद सोमवार से स्कूल खुलने के पहले ही दिन अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में एक छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया । अल्मोड़ा जिला प्रशासन के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कोविड—19 से ग्रस्त यह छात्र बारहवीं में पढता है और उसके संपर्क में आए एक दर्जन से ज्यादा छात्रों को होम आइसोलेट कर दिया गया है। उनकी भी कोरोना जांच की जाएगी। और स्कूल को तीन दिनों के लिए सील कर दिया गया है । सूत्रों ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमित छात्र का उपचार किया जा रहा है जबकि होम आइसोलेट में रखे गए छात्रों के सैंपल भी जांच के लिए भेज दिए गये हैं जिनकी रिपोर्ट अभी प्रतीक्षित है । प्रदेश में दसवीं और 12 वीं कक्षाओं के लिए ज्यादातर स्कूल कोविड 19 के दिशानिर्देशों के बीच सोमवार से खुल गए । हांलांकि, पहले दिन छात्रों की उपस्थिति काफी कम रही ।
सुबह विद्यालय पहुंचने पर सभी बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। सभी का तापमान ठीक मिलने पर छात्र-छात्राओं को कक्षाओं में प्रवेश दिया गया। इसी बीच शिव मंदिर क्षेत्र के 12वीं (सी) कक्षा के छात्र के परिजनों का फोन आया कि वह लोग कोरोना जांच कराने गए हैं, बच्चे की भी जांच करानी है इसलिए उसे भी अस्पताल भेज दिया जाए।
प्रधानाचार्य सुनील मसीह ने बताया कि अभिभावकों ने ही सुबह लिखित अनुमति के बाद छात्र को स्कूल भेजा था। रैपिड टेस्ट में दोनों अभिभावकों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद छात्र की जांच की गई तो वह भी पॉजिटिव निकला। संयुक्त मजिस्ट्रेट अपूर्वा पांडेय ने बताया कि संक्रमित छात्र और कक्षा में बैठे 15 अन्य विद्यार्थियों को भी होम आइसोलेशन में रखने के निर्देश दिए गए हैं।
अभिभावक की गलती अन्य छात्रों पर पड़ सकती है भारी..
सरकार ने विद्यालय खोलने से पूर्व तमाम एहतियात बरतने के लिए अभिभावकों के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं । लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब अभिभावक कुछ दिनों से बुखार से पीड़ित थे तो उन्होंने बच्चे को स्कूल भेजने की अनुमति क्यों दी। अभिभावकों की यह गलती अन्य छात्रों पर भारी पड़ सकती है।