वाहन चालकों ने रुद्रप्रयाग शहर में निकाला जुलूस
पुराने वाहनों पर स्पीड गवर्नर डिवाइस का विरोध
परिवहन नीति बनाने की मांग, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
रुद्रप्रयाग। पुराने वाहनों पर स्पीड गवर्नर डिवाइस के विरोध, परिवहन नीति बनाने के साथ ही विभिन्न मांगों को लेकर केदारघाटी जीप, टैक्सी और सूमो एसोसिएशन ने जिला मुख्यालय में जुलूस-प्रदर्शन करते हुए सरकार का पुतला फूंका। इस मौके पर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर शीघ्र मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। वहीं चालकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इधर, स्थायी राजधानी गैरसैंण संघर्ष समिति ने भी वाहन चालकों को अपना समर्थन दिया है।
सोमवार को जिले की सभी जीप और टैक्सी यूनियनों ने बेलणी शहर के बीच में स्थित हनुमान मंदिर तक जुलूस निकालकर अपना विरोध प्रकट किया। यहां पर आयोजित जनसभा में यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि पुराने वाहनों में स्पीड गवर्नर डिवाइस लगने से कई परेशानी हो रही है। पुराने वाहनों को इस डिवाइस से मुक्त रखा जाय। पर्वतीय टैक्सी और मैक्सी महासंघ के अध्यक्ष राकेश बत्र्वाल और सचिव महावीर प्रसाद बहुगुणा ने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा बनाई गई नीतियों से निजी व्यवसायियों को भारी नुकसान हो रहा है। बड़ी संख्या में राज्य के बेरोजगार युवक इस व्यवसाय से जुड़े हैं। परिवहन विभाग द्वारा थोपे जा रहे नियमों के कारण व्यवसाय समाप्त हो रहा है। ऐसे में अधिकतर वाहन चालक निजी वाहनों को प्राइवेट कर अपना व्यवसाय चला रहे हैं। इससे सरकार को राजस्व की हानि हो रही है।
रुद्रा टाटा सूमो यूनियन के अध्यक्ष गणेश सेमवाल, सचिव सुंदरमणि गोस्वामी, उपाध्यक्ष मोहन प्रसाद पुरी, मंदाकिनी जीप टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष आनंद कोहली, सचिव बृजमोहन पुरोहित, उपाध्यक्ष शिशपाल सिंह राणा, दिगंबर नेगी ने कहा कि ओवर लोड होने पर चालक का तीन माह तक लाइसेंस निरस्त करने, चालक पर एफआईआर दर्ज करने और ओवर लोड सवारियों पर जुर्माना लगाने से चालकों का शोषण हो रहा है। एक ही अभियोजन के लिये तीन बार सजा देना कोई न्याय नहीं है। उन्होंने कहा कि वाहन दर्घटना के कई कारण होते हैं। लेकिन दुर्घटना होने पर चालक के साथ ही वाहन स्वामी पर एफआईआर दर्ज किया जाता है। गैर इरादतन हत्या का केस बिना जांच के न लिया जाये।
तिलवाड़ा यूनियन के प्रबंधक कीर्ति थपलियाल, सचिव शरत सिंह नेगी, मयाली के अध्यक्ष जसपाल सिंह बुटोला, कोषाध्यक्ष हरीश सिंह पुंडीर, अगस्त्यमुनि के अध्यक्ष रमेश लाल आर्य, गुप्तकाशी के अध्यक्ष राय सिंह राणा ने कहा कि ओवर लोडिंग का जुर्माना पूर्व की भांति ढाई सौ रुपये प्रति सीट रखा जाय। चालान निस्तारण के बाद भी परमिट नवीनीकरण के लिये पुनः ओवर लोडिंग का शुल्क जमा करवाया जा रहा है। इसे समाप्त किया जाये। वर्ष 2017 में केन्द्र सरकार ने परमिट, फिटनेस, ड्राइविंग लाइसेंस की फीस में वृद्धि की है, इसे वापल लिया जाय। उन्होंने कहा कि पुलिस और परिवहन विभाग अनावश्यक रूप से चालकों और परिचालकों का उत्पीड़न करती है। किसी भी चालन और परिचालक का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। हर वर्ष वाहनों के बीमे में वृद्धि हो रही है। बीमा कंपनियों की मनमानी पर रोक लगाई जाय। वक्ताओं ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।