एक साल से योजना के तहत नहीं मिला कोई लाभ..
आपदा में भवन ध्वस्त होने से छप्परों के बनाये घरों में रह रहे प्रभावित..
रुद्रप्रयाग: तहसील बसुकेदार के अंतर्गत तीन परिवार प्लास्टिक के छप्परों पर रहने को मजबूर हैं। भारी बारिश के कारण आवासीय भवन क्षतिग्रस्त होने के एक साल बाद भी प्रभावितों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं पाया है। प्रभावितों ने आरोप लगाया कि जिनके पास पक्के मकान हैं, उनको योजना का लाभ दिया जा रहा है। विकासखण्ड जखोली के ग्राम स्यूर निवासी प्रभावित राम लाल, भरदास एवं सनोज ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि पिछले वर्ष भारी बारिश के कारण आवासीय भवन ध्वस्त हो गए थे, जिस कारण स्वयं और परिवार के लिए घास फूस व प्लास्टिक के छप्परों में रहने की व्यवस्था की गई है। छप्पर में निवास करने से जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है, जबकि बारिश के समय पानी छप्पर के अंदर टपकता है।
बरसाती सीजन होने के कारण प्रभावितों को भारी परेशानियां हो रही हैं। कहा कि प्रभावित सभी गरीब, भूमिहीन एवं अनुसूचित जाति के व्यक्ति हैं और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान के लिए आवेदन भी किया था। प्रभावितों की छप्परों के आगे फोटो भी ली गई और अन्य कार्यवाही भी की गई, बावजूद इसके आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। प्रभावितों को आवास विहीन प्रमाण पत्र भी दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत से उन लोगों को योजना का लाभ दिया जा रहा है, जिनके पास पक्के मकान और अन्य संसाधन भी हैं। योजना में बड़े स्तर पर धांधली की जा रही है। उन्होंने मामले में उच्च स्तरीय जांच कर प्रभावितों को लाभ दिये जाने की मांग की है।