उधम सिंह नगर बनेगा प्रदेश का पहला सौर ऊर्जा से सिंचाई करने वाला जिला..
उत्तराखंड: अगर सब कुछ प्रशासनिक योजना के अनुसार हुआ तो फरवरी माह तक उधम सिंह नगर सौर ऊर्जा से सिंचाई करने वाला प्रदेश का पहला जिला बन जायेगा। इसके लिए सौर ऊर्जा से संचालित 13 संयंत्र बनाये जा चुके हैं। दो पर पायलट प्रोजेक्ट भी जल्द शुरू किया जा रहा है। फिलहाल जिला योजना के बजट से निर्मित इन संयंत्रों को अगले वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री कुसुम (किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) योजना के तहत बजट प्राप्त कर व्यापक रूप में प्रसारित किया जायेगा। यह जानकारी मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना ने दी।
उन्होंने कहा कि चूंकि उधम सिंह नगर एक कृषि-आधारित अर्थव्यवस्था वाला जिला है। ऐसे में कृषि क्षेत्र में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए उचित सिंचाई सुविधाओं और अन्य सुविधाओं की आवश्यकता है। इस क्षेत्र में किसानों के आर्थिक उत्थान में सबसे प्रमुख बाधा सिंचाई के लिए बिजली के पंपों पर निर्भरता है। बिजली के किफायती न होने के कारण फसलों के उत्पादन मूल्य में बेतहाशा वृद्धि हो जाती है। इस निर्भरता व खर्च को कम करने के लिए जिले में सौर ऊर्जा जल पंप शुरू करने का निर्णय लिया है।
खुराना ने बताया कि एक इकाई की स्थापना की कीमत लगभग 11 लाख रुपये होगी। यह एक वर्ष तक रखरखाव के किसी भी खर्च से मुक्त होगी। साथ ही आपूर्तिकर्ता द्वारा एक साल तक मुफ्त सर्विस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। सौर ऊर्जा से चलने वाले ये पंप पांच किलोवाट क्षमता के होंगे। लगभग नगण्य लागत पर 20 से अधिक वर्षों तक काम कर सकते हैं। सौर-आधारित सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली न केवल बिजली और पानी के उपयोग को कम करेगी बल्कि किसानों के लिए किफायती भी साबित होगी और उनकी आमदनी में भी इज़ाफा होगा।
खुराना ने कहा कि फिलहाल जिला योजना के अंतर्गत इसके लिए एक छोटा बजट रखा गया है। अगले वित्तीय वर्ष में इसे प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी कुसुम योजना के मध्य लाते हुए वृहद् स्तर पर प्रचार किया जायेगा और जिले के सभी इच्छुक किसानों को इसका लाभ दिया जायेगा।