सात वर्षीय बेटे के सामने पेट्रोल डालकर महिला कांस्टेबल ने खुद को लगाई आग..
उत्तराखंड: रुद्रपुर में 31वीं वाहिनी पीएसी की महिला कांस्टेबल ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आसपास मौजूद लोगों ने किसी तरह आग बुझाकर महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया, हालत नाजुक होने पर सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। एसटीएच के प्लास्टिक सर्जन डॉ. हिमांशु सक्सेना ने बताया कि महिला सिपाही की हालत बेहद गंभीर है। वह 50 से 60 फीसदी तक जली है। उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है। वहीं, रुद्रपुर जिला अस्पताल की डॉक्टर शिल्पी गुप्ता ने बताया कि आग लगने से महिला का मुंह, गला, हाथ और सीना झुलसा है। आग से महिला लगभग 35 प्रतिशत झुलसी है।
मूलरूप से दूनागिरि अल्मोड़ा निवासी एकता चौधरी 31वीं वाहिनी पीएसी में कांस्टेबल है। सात साल पहले उसके पति मौत हो गई थी। मृतक आश्रित कोटे से एकता को नौकरी मिली। बीते कुछ वर्षों से वह अपने सात वर्षीय बेटे कन्हैया के साथ हंस विहार कॉलोनी में रह रही है।
मंगलवार को एकता घर में बेटे के साथ थी। शाम करीब पांच बजे एकता ने खुद पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी। उसकी चीखें सुनकर आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और बड़ी मुश्किल से किसी तरह आग बुझाई।
सूचना मिलने पर सेनानायक ददन पाल और एसडीएम विशाल मिश्रा भी अस्पताल में उसका हाल जानने पहुंचे। जहा उसकी हालत नाजुक होने पर उसे सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। आग लगाने से पहले महिला कांस्टेबल ने घर के बाहर खड़ी अपनी स्कूटी से पेट्रोल निकाला था। पेट्रोल मुंह में छिड़ककर उसने आग लगाई। आग सीधे मुंह में लगने से वह गंभीर रूप से झुलसी है। हालांकि अभी डॉक्टरों ने उन्हें किसी तरह का खतरा नहीं बताया है।
महिला कांस्टेबल की खुद को आग लगाने के पीछे की वजह पारिवारिक कलह बताया जा रहा है। हालांकि जांच के बाद ही इसका पता चल पायेगा। सेनानायक ददन पाल ने बताया कि महिला कांस्टेबल का आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने का मामला बेहद गंभीर है। इस मामले की डिप्टी कमांडेंट से जांच कराई जाएगी।