तल्लानागपुर क्षेत्र में पहली बार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का आयोजन..
बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की चलाई जा रही मुहिम..
रुद्रप्रयाग। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के तत्वाधान में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बेरोजगार युवाओं से स्वरोजगार अपनाकर अपना रोजगार शुरू करने पर जोर दिया गया। ताकि पहाड़ से लगातार हो रहे पयालन को रोका जा सके।
तल्लानागपुर क्षेत्र के दुर्गाधार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के स्वर्णिमकाल में भारत सरकार की यह योजना पर्वतीय क्षेत्रों के बेरोजगार युवा उद्योग स्थापित कर स्वरोजगार शुरू कर अपनी आजीविका मजबूत कर सकते है। पहाड़ से लगातार हो रहे पलायन को रोकने के लिए यह माध्यम सशक्त एवं कारगर साबित होगा, जिसमें सरकार की ओर से 35 प्रतिशत अनुदान का प्राविधान भी है,
जिसका हर किसी को लाभ उठाना चाहिए। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सहायक निदेशक बीएस कंडारी ने बताया कि जिला उद्योग केंद्र एवं जिला ग्रामोद्योग कार्यालय में पीएमईजीपी योजना को उत्तराखंड राज्य के सभी जनपदों में संचालित की जा रही है। बेरोजगार युवाओं से छोटे-छोटे उद्योग स्थापित कर स्वरोजगार के स्वर्णिम अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। योजना में अधिकतम 50 लाख तक का उद्योग स्थापित किया जा सकता है।
पर्वतीय क्षेत्र के सभी वर्गों के लिए 35 प्रतिशत अनुदान का प्राविधान है। योजना सरलता से बेरोजगार युवाओं तक पहुंचे उनके लिए आवेदन ऑनलाइन करने का प्रावधान है। आवेदन करने की तिथि से 56 दिनों के भीतर, जिसमें 30 दिनों के भीतर बैंकों द्वारा ऋण स्वीकृत करने की तय सीमा है। इस अवसर पर उद्योग विभाग के महाप्रबंधक एचसी हटवाल, बोरा उप प्रधान हरीश सिंह गुंसाई, बावई प्रधान देवेश्वरी राणा, मयकोटी प्रधान अमित प्रदाली, क्षेपंस अर्जुन सिंह नेगी, मानेंद्र कुमार, देवेंद्र भट्ट समेत ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक डीडी जमलोकी ने किया।