उत्तराखंड

प्राथमिक विद्यालय पस्ता की दो शिक्षकों का वेतन आहरित करने पर रोक

निरीक्षण में अनुपस्थित मिली शिक्षिका को किया निलंबित
प्राथमिक विद्यालय पस्ता का शैक्षिक स्तर न्यूज, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जताई नाराजगी
रुद्रप्रयाग !

जिले के अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। विद्यालयों में दो-दो शिक्षक होने के बावजूद भी वहां अध्ययनरत छात्रों की दयनीय स्थिति है। साथ ही अध्यापक बिना बताये ही विद्यालयों से अनुपस्थित रह रहे हैं। ऐसे में छात्रों का पठन-पाठन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय पस्ता के निरीक्षण के दौरान एक शिक्षिका के अनुपस्थित पाये जाने पर उसे निलंबित किया गया है। साथ ही विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों की स्थिति न्यून पाये जाने पर विद्यालय में तैनात दो शिक्षिकाओं का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने के निर्देश दिये हैं।

शिक्षा विभाग के तमाम दावों के बाद भी प्राथमिक शिक्षा में सुधार नहीं हो पा रहा है। जिस कारण छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन बाधित हो रहा है। एक ओर सरकारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये सरकार अनेक प्रयास कर रही है। वहीं शिक्षक ही सरकार को ठेंगा दिखाने का कार्य कर रहे हैं। रुद्रप्रयाग जनपद के अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों की यही स्थिति बनी है। विद्यालयों में शिक्षक तो हैं, लेकिन वहां अध्ययनत छात्रों का शैक्षिक स्तर न्यून है। ऐसे में अभिभावक शिक्षकों की लापरवाही के बाद अपने बच्चों को प्राइवेट विद्यालयों में दाखिला दिला रहे हैं। एक और सरकार और शिक्षा विभाग सरकारी विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने की बात कर रही है, वहीं निरंतर सरकारी विद्यालयों की छात्र संख्या घटती जा रही है।

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने प्राथमिक विद्यालय पस्ता का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में तैनात एक शिक्षिका अनुपस्थित पाई गई। जिसके बाद जिलाधिकारी ने शिक्षिका को निलंबित करने के निर्देश जारी किये हैं। निरीक्षण के दौरान पता चला कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय पस्ता में दो शिक्षिकाएं तैनात हैं, जिसके सापेक्ष एक अनुपस्थित पाई गई। जिसके बाद जिलाधिकारी ने कक्षाओं में जाकर छात्र-छात्राओं को विभिन्न विषयों से सम्बंधित सवाल भी पूछे, लेकिन छात्राओं का शैक्षिक स्तर काफी न्यून पाया। जिस पर जिलाधिकारी ने खासी नाराजगी जताई। उन्होंने बेसिक शिक्षाधिकारी को दोनों शिक्षिकाओं के अग्रिम आदेशों तक वेहत आहरित न करने के निर्देश दिए। कहा कि जब बीआरसी द्वारा विद्यालय में शैक्षिक स्तर सुधरने की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, तभी वेतन आहरित किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि नौनिहालों की शिक्षा के प्रति लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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