कार्यकत्रियों ने विभिन्न गांवों में जाकर अन्न प्राशन कार्यक्रम का किया आयोजन..
रुद्रप्रयाग: राष्ट्रीय पोषण मिशन के अन्तर्गत बाल विकास परियोजना अगस्त्यमुनि में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में आंगनबाड़ी कार्यत्रियों ने छह माह की आयु पूर्ण कर चुके बच्चों का अन्न-प्राशन कार्यक्रम उनके घर जाकर किया। बाल विकास परियोजना अधिकारी शैली प्रजापति ने बताया कि विकासखंड अगस्त्यमुनि के मवांणा, जगोठ, सतेरा, कोठगी, भाणाधार, रूमसी, खेड़ी क्यार्की, पिल्लू आदि गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने छह माह के हो चुके बच्चों के लिए अन्न-प्राशन कार्यक्रम का आयोजन बच्चों के घर जाकर किया गया।
साथ ही बच्चों के अभिभावकों को छटवें माह के बाद मां के दूध के साथ-साथ ऊपरी आहार देने की आवश्यकता को बताया। आंगनवाडी कार्यकत्रियों ने शिशुओं को खीर खिलाकर ऊपरी आहार की शुरूआत की। इस दौरान कार्यकत्रियों द्वारा अभिभावकों को बच्चों की साफ-सफाई पर विषेष ध्यान रखने के लिए भी सलाह दी गयी। क्योंकि छह माह के बाद बच्चा चीजों को पकड़ कर मुंह में डालने लगता है, जिससे संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्री राजेश्वरी, कुसुम, कमला, सत्याभामा, ममता, कान्ता, मंजू, प्रमिला, विनीता आदि शामिल थी।