उत्तराखंड

गौरीकुंड की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन…

केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में समस्याओं को अंबार…

रुद्रप्रयाग : केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड की समस्याओं को लेकर गौरीकुंड व्यापार संघ अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के रुद्रप्रयाग आगमन पर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि गौरीकुंड केदारनाथ यात्रा का मुख्य पड़ाव है, लेकिन आपदा के बाद से अभी तक गौरीकुंड की स्थिति जस की तस है।

 

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सौंपे ज्ञापन में गौरीकुण्ड व्यापार संघ अध्यक्ष एवं भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष अरविंद गोस्वामी ने कहा कि 16-17 जून 2013 की आपदा में गौरीकुंड बुरी तरह से तबाह हुआ था। गौरीकुंड में स्थित गर्म कुंड भी आपदा की भेंट चढ़ गया था। आपदा को सात साल पूरे हो गये हैं, लेकिन अभी तक गर्म कुंड का निर्माण नहीं हो पाया है। ऐसे में देश-विदेश से यहां पहुंचने वाले यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग से गौरीकुंड पांच किमी मोटरमार्ग की दयनीय स्थिति बनी हुई है।

 

यात्रा सीजन में मोटरमार्ग पर जाम लग रहता है, जबकि बरसात के समय मोटरमार्ग पर मलबा आने से यातायात बाधित हो जाता है। ऐसे में यात्रा भी प्रभावित होती है। यात्रा को देखते हुये मोटरमार्ग का चैड़ीकरण किया जाना आवश्यक है। साथ ही गौरीकुंड में पार्किंग न होने से काफी दिक्कतें हो रही हैं। पार्किंग के अभाव में यात्री वाहन भी गौरीकुंड नहीं आ पाते हैं। यात्रियों की दिक्कतों को देखते हुये गौरीकुंड में पार्किंग का विस्तारीकरण किया जाना चाहिये। व्यापार संघ अध्यक्ष गोस्वामी ने कहा कि यात्रा सीजन में गौरीकुंड में हजारों की संख्या में मजदूर रहते हैं। इन सभी मजदूरों का बीमा किया जाना आवश्यक है। इसके अलावा गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी पार सुरक्षा दीवार का बनना अति आवश्यक है। नदी किनारे से लगातार भू-कटाव हो रहा है, जिससे खतरा बना हुआ है।

 

 

उन्होंने कहा कि गौरीकुण्ड में रेन शेल्टर न होने से बारिश के समय तीर्थयात्री काफी परेशान रहते हैं, जबकि व्यापारियों को भी खासी दिक्कतें होती हैं। ऐस में गौरीकुण्ड में रेन शेल्टर बनाया जाना आवश्यक है। कहा कि केदार यात्रा के मुख्य पड़ाव में एक हाईटेक सुलभ शौचालय भी नहीं है। व्यापार संघ अध्यक्ष गौरीकुण्ड अरविंद गोस्वामी ने कहा कि यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुण्ड स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में महिला चिकित्सक न होने से यात्रियों और ग्रामीणों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं। यहां पर महिला चिकित्सक की तैनाती होनी जरूरी है। उन्होंने जल्द से जल्द समस्याओं के निस्तारण की मांग सीएम से की।

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