रुद्रप्रयाग। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ पांच दिवसीय मन्दाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेला शुरू हो गया है। खेल मैदान अगस्त्यमुनि में लगे मेले का उद्घाटन करते हुए केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा कि विकास मेला का लाभ स्थानीय व्यापारियों को मिलना चाहिए तभी इन मेलों की सार्थकता सिद्ध होगी। उन्होंने काश्तकारों को कलस्टर खेती करने का आह्वान करते हुए कहा कि तभी उन्हें अधिकतम लाभ मिल सकता है। उन्होंने मेला समिति की मांग पर मेले के आयोजन के लिए विधायक निधि से डेढ़ लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही मैदान में बने बहुद्देशीय मंच की सुरक्षा के लिए धनराशि देने की घोषणा की।
विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री लक्ष्मी राणा ने कहा कि कृषि से ही पहाड़ का भला हो सकता है। इसके लिए उन्होंने महिलाओं को प्रेरित किया कि वे इसमें अपना सहयोग करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मेला अध्यक्ष अशोक खत्री ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत किया। मेले के महासचिव हर्षबर्धन बेंजवाल ने मेले की रूपरेखा पटल पर रखी। इससे पूर्व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण एवं दीप जलाकर मेले का विधिवत उद्घाटन किया।
आज मेले के पहले दिन विद्यालयों की जूनियर स्तर की सांस्कृतिक प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया, जिसमें 12 से अधिक विद्यालयों के छात्र छात्राओ ने प्रतिभाग किया। जिसमें कॉन्वेंट विद्यालय नगरासू प्रथम, चिल्ड्रन एकेडमी द्वितीय, गुरूकुल नेशनल स्कूल तृतीय, राबाइका अगस्त्यमुनि चतुर्थ तथा गौरी मेमोरियल पब्लिक स्कूल पंचम स्थान पर रहे। इन विद्यालयों को मेला कमेटी द्वारा क्रमशः पांच हजार, चार हजार, तीन हजार, दो हजार तथा एक हजार रू0 का नगद ईनाम दिया गया। प्रतियोगिता में सुधीर बत्र्वाल, अजय नौटियाल तथा मनोज थापा ने निर्णायक की भूमिका निभाई। जबकि गिरीश बेंजवाल एवं धीर सिंह नेगी ने संचालन किया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षक एवं बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, उपजिलाधिकारी मुक्ता मिश्र, सीओ एसपी बडोला, सीएमओ डाॅ सरोज नैथानी, मेला संयोजक विक्रम नेगी, जिपंस देवेश्वरी नेगी, सुलोचना देवी, क्षेपंस माधुरी नेगी, पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक रमेश प्रसाद चमोला , मेला कमेटी के सभी सदस्य एवं बड़ी संख्या में मेलार्थी मौजूद थे। संचालन राजेन्द्र पुरोहित ने किया। साथ ही उद्यान, स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन, सूचना, वन आदि 40 विभागीय स्टॅाल की प्रदर्शनी लगायी गई।