लंबे समय से डामरीकरण और सुधारीकरण की मांग कर रहे हैं लोग
रुद्रप्रयाग: गांवों को जोड़ने के लिए मोटरमार्गों का निर्माण तो हो रहा है, लेकिन इन मार्गों का डामरीकरण न होने से ग्रामीणों की सुविधा के बजाय परेशानी हो रही है। इन्हीं में से एक मोटरमार्ग है कुमड़ी-बुडोली। करीब सात वर्ष पूर्व कच्ची सड़क का निर्माण हुआ था। लेकिन अभी तक इसका डामरीकरण का काम नहीं हो पाया है।
सड़क के डामरीकरण को लेकर सिलगढ़ क्षेत्र के बुडोली गांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता कमल रावत, मनोज रावत, बलवंत रावत, हिमांशु चैहान, पूरण सिंह ने जिलाधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कक करीब सात वर्ष पूर्व लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड रुद्रप्रयाग ने तीन किमी कुमड़ी-बुडोली मोटरमार्ग का निर्माण किया था। मोटरमार्ग का डामरीकरण न होने से वाहनों को दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। बरसात के समय वाहन बमुश्किल चल पाते हैं। उन्होंने इस मोटरमार्ग के सुधारीकरण और डामरीकरण की मांग की है।
वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि इस सड़क पर सफर करना जान जोखिम में डालना है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे पड़े हुए हैं और कीचड़ फैला हुआ है। सुरक्षा दीवारें भी ढहने लगी है। ग्रामीण मोटरमार्ग के डामरीकरण और इसके सुधारीकरण की लंबे समय से मांग कर रहे हैं। लेकिन इस पर किसी भी स्तर पर कार्रवाई नहीं हो रही है। भविष्य में मार्ग पर किसी भी तरह की दुर्घटना के लिए सम्बंधित विभाग जिम्मेदार माना जाएगा।