कामिका एकादशी व्रत आज, भक्तों ने हरकी पैड़ी में किया स्नान..
उत्तराखंड: कामिका एकादशी के मौके पर आज बुधवार को हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी पर हजारों भक्त गंगा स्नान के लिए पहुंचे। हरकी पैड़ी सहित हरिद्वार के विभिन्न घाटों पर तड़के से ही स्नान का दौर शुरू हो गया था। आपको बता बता दें कि कामिका एकादशी व्रत हर साल सावन माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन रखा जाता है। इस साल कामिका एकादशी व्रत 4 अगस्त, बुधवार यानी आज है। पद्म पुराण के अनुसार भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को एकादशी तिथि का महत्त्व समझाते हुए कहा है कि जैसे नागों में शेषनाग, पक्षियों में गरुड़, देवताओं में श्री विष्णु, वृक्षों में पीपल तथा मनुष्यों में ब्राह्मण श्रेष्ठ हैं, उसी प्रकार सम्पूर्ण व्रतों में एकादशी श्रेष्ठ है। इस व्रत को करने के बाद और कोई पूजा करने की आवश्यकता नहीं होती।
बता दें कि कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा आराधना की जाती है। मान्यताओं के अनुसार कामिका एकादशी के दिन शंख, चक्र गदा धारण करने वाले भगवान विष्णु की प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए। एकादशी के दिन गंगा स्नान, तीर्थस्थलों में स्नान और दान का भी किया जाता है। इस व्रत के फल को अश्वमेघ यज्ञ से मिलने वाले फल के बराबर माना गया है। इसकी कथा सुनने मात्र से ही यज्ञ करने के समान फल मिलता है। कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु का पूजन करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। इस एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करने से गंधर्वों और नागों की पूजा भी संपन्न होती है।