आखिर क्यों, त्रिवेंद्र जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी की हत्या कराना चाहते थे..
उत्तराखंड: जन संघर्ष मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी ने कहा कि श्री त्रिवेंद्र रावत के काले कारनामों, भ्रष्टाचार और उनके कुप्रबंधन माफियाओं से सांठगांठ उनकी प्रशासनिक अक्षमताओं को लेकर मोर्चा द्वारा लगभग साढे तीन साल जिस तरह से जबरदस्त आंदोलन चलाया गया, उससे परेशान होकर एवं नाकामी हाथ लगने पर श्री त्रिवेंद्र सिंह ने मोर्चा अध्यक्ष श्री रघुनाथ सिंह नेगी की एवं उनके 1-2 साथियों की हत्या की साजिश रच डाली थी, लेकिन कुछ विश्वास पात्रों की वजह से सावधानी बरतकर श्री त्रिवेंद्र के षड्यंत्रों को विफल करने में कामयाबी पाई, जैसा कि विश्वस्त सूत्रों से हमें जानकारी मिली कि श्री त्रिवेंद्र द्वारा पूरी सरकारी मशीनरी मोर्चा के खिलाफ उतारने के बावजूद लेशमात्र दाग भी श्री नेगी के दामन को ढूंढ नहीं पाए।
दो- ढाई साल पहले भी श्री त्रिवेंद्र द्वारा श्री नेगी की पत्रकार वार्ता में हमलावर भेजे गए थे। जिसकी हकीकत परखकर श्री नेगी ने मा. उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिस पर कार्रवाई करते हुए 11/01/19 को एडीजी, लॉ एंड ऑर्डर को सुरक्षा संबंधी निर्देश दिए। लेकिन सरकार के दबाव में आकर उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं की गई। शर्मा ने कहा कि कई पत्रकार साथियों पर झूठे मुकदमे लगा कर उनको जेल में ठूंस दिया गया। लेकिन मोर्चा के हजारों साथियों एवं शुभचिंतकों की वजह से श्री नेगी को झूठे मुकदमे में नहीं फंसा पाए। मोर्चा प्रदेश सरकार एवं केंद्रीय एजेंसियों से मांग करता है कि श्री त्रिवेंद्र का नारको टेस्ट कराया जाए, जिससे सारा सच जनता के सामने आये।