इस्राइली दूतावास के बाहर रविवार को फिर उठा धुआं, मचा हड़कंप..
देश-विदेश: इस्राइली दूतावास के पास शुक्रवार को हुए बम धमाके से पैदा हुआ तनाव का माहौल अभी शांत भी नहीं हुआ है कि रविवार को धुंआ उठने से फिर हड़कंप मच गया। धुंआ उठता देेख सुरक्षाकर्मी धुंआ उठने वाली जगह की ओर लपके। फिर जो हकीकत सामने आई उसे देखकर उनकी आंखें खुली रह गयी।
आपको बता दे, कि इस्राइली दूतावास के पास ब्राजील एंबेसी है। ब्राजील एंबेसी के सुरक्षा गार्ड ने रविवार को दोपहर करीब 12.07 बजे बंदरों को भगाने वाली बंदूक चला दी थी। इससे गोली चलने जैसी आवाज आई और चारों तरफ धुंआ-धुंआ हो गया। मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को शुरू में लगा कि फिर से कम तीव्रता वाला बम धमाका हो गया। लेकिन जब पुलिसकर्मियों को पता लगा कि ब्राजील एंबेसी के सुरक्षा गार्ड ने बंदर भगाने वाली बंदूक चलाई है तो पुलिसकर्मियों ने उसे काफी खरी-खोटी सुनाई।
तीन महीने में आए 100 ईरानियों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है..
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस्राइली दूतावास के पास शुक्रवार को हुए बम धमाके में मामले में करीब 100 ईरानियों का रिकार्ड खंगाल रही है। ये ईरानी पिछले तीन महीने में भारत आए हैं। इनमें से ज्यादातर अभी दिल्ली में रूके हैं। दिल्ली पुलिस की एफआरआरओ यूनिट ने स्पेशल सेल को जो डाटा दिया है उससे ये बात सामने आई है।
वर्ष 2012 में इस्राइजी दूतावास में की इनोवा कार पर हुए चुंबक बम से हुए हमले व मौके से पत्र मिलने से स्पेशल सेल ईरानियों की डिटेल खंगाल रही है। पुलिस उनके मोबाइल नेटवर्क से ये देख रही है कि कौन-कौन नई दिल्ली में ठहरे हुए हैं और उनकी लोकेशन कहां-कहां घूमी। पुलिस जम्मू कश्मीर की तरफ से आए मोबाइल कॉल पर ही नजर रख रही है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल के एक अधिकारी ने बताया कि एफआरआरओ से ईरानियों का डाटा स्पेशल सेल को डाटा मिल गया है। पिछले तीन महीने में भारत में करीब 100 ईरानी लोग दिल्ली समेत भारत में आए थे। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस को मौके से मिली सीसीटीवी फुटेज से कोई खास सुराग हाथ नहीं लगा है। ब्राजील एंबेसी के सीसीटीवी कैमरों से भी कुछ नहीं मिला है।