उत्तराखंड

केदारनाथ यात्रा में मजदूरों के बनाये जायेंगे आईडी प्रूफ

केदारनाथ यात्रा में मजदूरों के बनाये जायेंगे आईडी प्रूफ..

लोकल लैंग्वेज को लेकर जवानों की होगी तैनाती..

देश के विभिन्न राज्यों से आये तीर्थयात्रियों को होती है भाषा की समस्या..

यात्रा मार्ग पर व्यवहारिक जवानों को किया जायेगा तैनात..

केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर डेंजर जोन के ट्रीटमेंट को लेकर एसपी ने सौंपी जिला प्रशासन को रिपोर्ट..

केदारनाथ यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन ने भी कसी कमर..

 

 

 

 

 

 

 

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। यात्रा को लेकर इस बार पुलिस की ओर से नये प्लान तैयार किये गये हैं, जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक डाॅ विशाखा भदाणे ने पत्रकारों से बातचीत की। साथ ही उन्होंने यात्रा को लेकर पत्रकारों से सुझाव भी मांगे, जिन पर आवश्यक कार्यवाही का उन्होंने भरोसा दिलाया।

पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसपी डाॅ विशाखा भदाणे ने कहा कि केदारनाथ यात्रा में देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें सुविधाएं नहीं मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस बार पुलिस प्रशासन की ओर से यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान लोकल लैंग्वेज की बड़ी समस्या होती है। बाहरी राज्यों से आये हजारों यात्री ऐसे होते हैं, जो अपनी भाषा में ही समझ पाते हैं।

उन्हें यहां तक हिन्दी भाषा का भी ज्ञान नहीं होता है। ऐसे में पुलिस प्रशासन की ओर से यात्रियों के लिए ऐसे जवानों की तैनाती की जायेगी, जो विभिन्न राज्यों की भाषाओं का ज्ञान रखते हों। इसके अलावा यात्रा में उन जवानों का चयन किया जायेगा, जिनकी व्यवहारिकता ही उनकी पहचान रही है। इन जवानों को केदारनाथ यात्रा में तैनात किया जायेगा, जिससे वे तीर्थयात्रियों को व्यवहार कुशलता से समझा सकें और उनकी हरसंभव मदद कर सकें।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि केदारनाथ यात्रा को लेकर पुलिस ने प्लान भी तैयार किये हैं। गुप्तकाशी से सोनप्रयाग तक जिन लोगों की राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे जमीन हैं, उनकी जमीन पर पार्किंग बनाकर यात्रियों को सुविधाएं दी जाएंगी। साथ ही स्थानीय लोगों को इससे रोजगार मिलेगा। पिछले वर्ष की तरह इस बार जिला पंचायत सड़क किनारे खड़े वाहनों से कोई शुल्क नहीं लेगा, बल्कि पुलिस प्रशासन सड़क किनारे किसी भी वाहन को खड़ा नहीं होने देगा। यात्रियों के वाहन सड़क किनारे लगाने के वजाय पार्किंग स्थलों में लगवाये जायेंगे, जिससे जाम की स्थिति न बन सके।

एसपी भदाणे ने कहा कि इस बार घोड़ा-खच्चर, डंडी-कंडी के अलावा अन्य मजदूरों का पंजीकरण किया जायेगा और इनके आईडी प्रूफ बनाये जायेंगे, जिससे कोई भी घटना घटने पर इनकी पहचान हो सके। उन्होंने कहा कि पिछली यात्राओं में देखने को मिला है कि मजदूर घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो जाते हैं और उन्हें ढूंढना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में मजदूरों पर कड़ी निगरानी रखते कार्यवाही की जाएगी।

उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई ऐसे डेंजर जोन के अलावा खतरे के निशान हैं, जहां की रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को सौंप दी गई है। एसपी भदाणे ने कहा कि यात्रा मार्ग पर मीट-मांस का व्यवसाय नहीं होने दिया जायेगा, जबकि शराब बेचने वालों पर कड़ी नजर रखते हुए आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। पत्रकार वार्ता में पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, पुलिस उपाधीक्षक यातायात हर्षवर्द्धनी सुमन, प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन गणेश लाल बंडवाल, प्रभारी आशुलिपिक नरेन्द्र सिंह मौजूद थे।

 

 

 

 

 

 

 

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