उत्तराखंड

मुन्नी व सुषमा को सर्वश्रेष्ठ आशा पुरस्कार से नवाजा..

मुन्नी व सुषमा को सर्वश्रेष्ठ आशा पुरस्कार से नवाजा..

जिला स्तरीय आशा सम्मेलन संपंन..

सर्वश्रेष्ठ ब्लाक समन्वयक का पुरस्कार रचना भट्ट के नाम रहा..

 

 

 

 

 

रुद्रप्रयाग। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में आयोजित जिला स्तरीय आशा सम्मेलन में वर्ष 2022-23 के लिए मुन्नी देवी को सर्वश्रेष्ठ आशा, सुषमा देवी को सर्वश्रेष्ठ आशा फेसिलिटेटर व रचना भट्ट को सर्वश्रेष्ठ ब्लाक समन्वयक का पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य के लिए विधायक निधि से प्रति आशा पांच हजार की धरनाशि प्रदान करने की घोषणा की।

तिलवाड़ा स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में आयोजित आशा सम्मेलन का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। बतौर मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने आशाओं को स्वास्थ्य विभाग की रीढ बताते हुए सराहना की कि स्वास्थ्य मानकों के लक्ष्यों को हासिल करने सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के सफलतापूर्वक सचांलन में आशाओं की अहम भूमिका है।

उन्होंने स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए नशाखोरी के खिलाफ आशाओं से आगे आने की अपील की। कहा कि आशा गांव में होने वाले विवाह आदि समारोह में शराब परोसने की कुप्रथा के खिलाफ आगे आएं। आशाओं के लिए जिला चिकित्सालय व तीनों ब्लाक मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में आशा भवन निर्माण का प्रयास किया जाएगा, जिसके दृष्टिगत आगामी जिला योजना की बैठक में उक्त विषयक प्रस्ताव रखा जाएगा।

केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने आशाओं को जीवन की आशा बताते हुए कहा कि उनके द्वारा सुरक्षित प्रसव, टीकाकरण आदि के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान आशाओं द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने समाज में आशा के स्थान को महत्वपूर्ण बताते हुए आशाओं को और अधिक संवेदनशीलता व जागरूकता के साथ अपने दायित्व निर्वहन के लिए प्रोत्साहित किया व आशाओं की समस्याओं के निस्तारण के लिए जरूरी कार्यवाही का भरोसा दिलाया।

रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चैधरी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी में आशाओं की भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि आशाओं कार्यकत्रियों की समस्याओं हेतु सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने आशा की आवश्यकता के अनुसार स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य के लिए विधायक निधि से प्रति आशा पांच हजार की धनराशि प्रदान करने की घोषणा की। साथ ही भरोसा दिलाया कि आशा संगठन की निर्धारित मानदेय की मांग व राज्य स्तर पर आशा सम्मेलन के प्रस्ताव को वे मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे।

आशा कार्यकत्री संगठन की अध्यक्ष कमला राणा ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री की तर्ज पर आशा कार्यकत्रियों को भी निर्धारित मानदेय व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग रखी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एचसीएस मर्तोलिया ने स्वास्थ्य के क्षेत्र मे आशा कार्यक्रम व आशा कार्यकत्रियों की भूमिका के बारे में विस्तापूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आशाओं के कार्यकौशल का नतीजा है कि मातृ व शिशु मृत्यु दर सूचकांक में जनपद रूद्रप्रयाग देश में सबसे अच्छे सूचकांक वाले जनपद में शुमार है। बताया कि इसी के दृष्टिगत गढवाल मंडल की आशाओं के दल द्वारा जनपद का भ्रमण किया गया।

मुन्नी व सुषमा को सर्वश्रेष्ठ आशा पुरस्कार से नवाजा उन्होंने आशाओं को और अधिक जागरूक व संवेदनशीलता के साथ स्वास्थ्य योजनाओं को अधिक प्रभावी ढंग से संपादित करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ वीएस गुसाईं, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ आशुतोष, ब्लाक अध्यक्ष आशा संगठन ललिता, लक्षमी रावत, गीता देवी, डीपीएम हिमांशु नौडियाल, डीसीएम हेमलता गैरोला आदि मौजूद रहे। संचालन विपिन सेमवाल व नागेंश्वर बगवाड़ी ने किया।

मुन्नी को मिला सर्वश्रेष्ठ आशा पुरस्कार..

कार्यक्रम में अतिथियों ने मुन्नी देवी (कुमड़ी, जखोली) को सर्वक्षेष्ठ आशा कार्यकत्री का प्रथम पुरस्कार प्रदान किया, जबकि सरिता देवी (घेंघडखाल, जखोली) व पुष्पा देवी (त्यूडी, ऊखीमठ) को संयुक्त रूप से द्वितीय तथा मंजू देवी (भटगांव, अगस्त्यमुनि), रजनी देवी (स्यूर, जखोली), विजया देवी (कुणजेठी, ऊखीमठ) को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार प्रदान किया।
सर्वश्रेष्ठ ब्लाक समन्वयक का पुरस्कार रचना भट्ट के नाम रहा

रुद्रप्रयाग। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में आयोजित जिला स्तरीय आशा सम्मेलन में वर्ष 2022-23 के लिए मुन्नी देवी को सर्वश्रेष्ठ आशा, सुषमा देवी को सर्वश्रेष्ठ आशा फेसिलिटेटर व रचना भट्ट को सर्वश्रेष्ठ ब्लाक समन्वयक का पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर रुद्रप्रयाग विधायक ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य के लिए विधायक निधि से प्रति आशा पांच हजार की धरनाशि प्रदान करने की घोषणा की। वहीं सर्वश्रेष्ठ आशा सुगमकर्ता का प्रथम पुरस्कार सुषमा (गुप्तकाशी, ऊखीमठ) के नाम रहा। इस श्रेणी में सरिता देवी (दरम्वाड़ी, अगस्त्यमुनि) को द्वितीय व विमला देवी (डंगवालगांव, जखोली) को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। जबकि, सर्वश्रेष्ठ ब्लाक समन्वयक का पुरस्कार रचना भट्ट, अगस्त्यमुनि को प्रदान किया गया।

 

 

 

 

 

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