बहरेपन की हानि को रोकने के लिए लोगों को किया जागरूक..
स्वास्थ्य विभाग ने किया वल्र्ड हेयरिंग डे पर गोष्ठी का आयोजन..
रुद्रप्रयाग। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में वल्र्ड हेयरिंग डे पर समुदाय स्तर पर गोष्ठियों का आयोजन कर बहरेपन व सुनने की हानि को रोकने के लिए जनमानस को जागरूक किया गया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ विमल गुसांई ने बताया कि जीवन के लिए सुनना, ध्यान से सुनना थीम के साथ विश्व श्रवण दिवस का आयोजन किया गया गया।
उन्होंने बताया कि माधवाश्रम चिकित्सालय में शिविर का आयोजन किया गया व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में सीएचओ (कम्युनिटि हेल्थ आफिसर) ने कान की सुरक्षा व बहरेपन की समस्या के बारे में लोगों को जागरुक किया। माधवाश्रम चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में आयोजित कार्यक्रम में ईएनटी सर्जन डाॅ रोशनी ने कहा कि किसी का कान बहता है तो कान में पानी और किसी प्रकार का तरल पदार्थ न डालें। मवाद आने पर नरम कपड़े से कान साफ करें। कान के मवाद में बदबू होना या खून आना गंभीर रोग के लक्षण हो सकते हैं। कान में मवाद आते रहने पर बहरापन हो सकता है।
कहा कि यदि कान में कुछ रिसाव हो या कम सुनाई दे तो संबंधित व्यक्ति को तुरंत नजदीकी चिकित्सालय में जाकर अपनी जांच करानी चाहिए। इस अवसर पर आडियोमेट्रिस्ट राखी भारद्वाज, कंसल्टेंट एनसीडी दीपक नौटियाल, दिगपाल कंडारी, नागेश्वर बगवाड़ी आदि मौजूद रहे। वहीं, कम्युनिटि हेल्थ आफिसर शीतल असवाल (चंद्रनगर), मनीषा (कंडारा), सपना (सतेराखाल), नेहा गोसाईं (खलियान), कविता (सुमाड़ी), अर्चना (उच्चाढुंगी), शीला (नगरासू), अमृता (बडेथ), सिमरन (पठालीधार), अमिता (चैंरा) ने अपने-अपने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के क्षेत्रों में आयोजित कार्यक्रमों में बहरेपन के लक्षण दिखाई देने पर नजरअंदाज न करने की हिदायत दी।
बताया कि नहाते वक्त कान में पानी न जाए, मोबाइल फोन का संतुलित उपयोग करने, तेज ध्वनि में संगीत सुनने की आदत से बचने व ध्वनि प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से बचने की सावधानी बरतने की अपील की। इस अवसर पर कानों की सुरक्षा को लेकर पंपलेट वितरित कर जागरुकता भी की गई।