उत्तराखंड

फार्मासिस्ट की दादागिरी से स्वास्थ्य महकमा और जनता परेशान..

फार्मासिस्ट की दादागिरी से स्वास्थ्य महकमा और जनता परेशान

ग्रामीणों ने सांकेतिक तालाबंदी करते हुए किया धरना-प्रदर्शन..

15 सालों से स्वास्थ्य केन्द्र बैनोली में तैनात फार्मासिस्ट की कार्यशैली से जनता में है आक्रोश..

फार्मासिस्ट की हरकतों से चिकित्सक करवा रहे अपना ट्रांसफर..

एक सप्ताह के भीतर मामले में ठोस कार्यवाही की मांग..

 

 

 

 

 

 

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जिले के एक स्वास्थ्य केन्द्र में फार्मासिस्ट ने सबके नाक में दम करके रखा है। फार्मासिस्ट की दादागिरी से मरीजों के साथ ही अस्पताल स्टाॅफ भी परेशान है। स्थिति यह है कि फार्मासिस्ट के व्यवहार के कारण कोई भी स्टाॅफ और चिकित्सक स्वास्थ्य केन्द्र में टिक नहीं रहा है। ऐसे में परेशान स्थानीय जनता ने फार्मासिस्ट के तबादले को लेकर स्वास्थ्य केन्द्र में सांकेतिक तालाबंदी करते हुए धरना-प्रदर्शन किया।

बता दें कि विकासखण्ड जखोली के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बैनोली में फार्मासिस्ट अरुण मैठाणी 15 सालों से तैनात हैं। फार्मासिस्ट की दबंगई से ग्रामीण लम्बे समय से परेशान हैं। कई बार स्थानीय जनता फार्मासिस्ट की शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कर चुकी है, बावजूद इसके आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। ऐसे में आक्रोशित जनता ने सोमवार को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर तालाबंदी करते हुए धरना-प्रदर्शन किया।

 

ग्रामीणों ने कहा कि फार्मासिस्ट की दादागिरी के कारण कई चिकित्सकों ने स्वास्थ्य केन्द्र अपना तबादला करवा चुके हैं। नयेे चिकित्सक की एक माह पहले ही नियुक्ति हुई है, जो फार्मासिस्ट की हरकतों से परेशान है। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट की हरकतों के कारण स्वास्थ्य केन्द्र का स्टॉफ और डॉक्टर हॉस्पिटल में रुकने को तैयार नहीं हैं और ना ही कोई मरीज अपना इलाज करने को पहुंच रहा है। आये दिन फार्मासिस्ट कभी स्टॉफ से लड़ जाता है तो कभी बुजुर्ग मरीजों से तू-तू मैं-मैं करने लग जाता है।

 

कुछ दिन पहले फार्मासिस्ट ने डॉक्टर से लड़ाई कर दी और उन्हें गंदी-गंदी गालियां तक दे डाली। ग्रामीण जनता भी फार्मासिस्ट की गालियां सुन-सुनकर परेशान हो चुकी है। ग्रामीणों द्वारा पूर्व में भी लिखित और मौखिक रूप से कई बार फार्मासिस्ट की शिकायत आला अधिकारियो से की, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। मौके पर पहुंचे विधायक प्रतिनिधि भूपेंद्र भंडारी ने तत्काल फार्मासिस्ट के ताबदले की बात कही और कहा की एक हफ्ते के भीतर अगर कार्यवाही नहीं हुई तो स्वास्थ्य केन्द्र में तालाबंदी की जाएगी। ग्रामीणों के आंदोलन के बाद सीएचसी जखोली की चिकित्सक डाॅ याशमीन भी स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंची।

 

ग्रामीणों ने फार्मासिस्ट के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने की मांग की। डाॅ याशमीन ने हॉस्पिटल में तैनात सभी कर्मचारियों से उपरोक्त घटना और फार्मासिस्ट के व्यवहार की जानकारी ली और ग्रामीणों की समस्या भी सुनी। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वास्त किया कि फार्मासिस्ट के खिलाफ जल्द ठोस कार्यवाही की जाएगी। ग्रामीणों ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर अगर मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई तो ग्रामीण जनता स्वास्थ्य केन्द्र पर पूर्ण तालाबांदी करने को मजबूर हो जाएगी।

 

इस मौके पर भाजपा जिला मंत्री जयप्रकाश सेमवाल, ग्राम प्रधान बैनोली विनीता देवी, उप प्रधान सुबोध नौटियाल, महिला मंगल दल अध्यक्ष विद्योधरी सेमवाल, नवयुवक मंगल दल अध्यक्ष रजनीश नौटियाल के साथ ही भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

चिकित्सक और ग्रामीण जनता कर रही मुझे परेशान: फार्मासिस्ट

ग्रामीणों की ओर से लगाए गए आरोपों को फार्मासिस्ट अरूण मैठाणी ने बेबुनियाद ठहराया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जनता उनके कार्यो से खुश नहीं है। वे ग्रामीणों की भलाई के लिए कार्य कर रहे हैं। ग्रामीणों को जो भी दवाईयां दी जाती हैं, वे समय पर नहीं ले रहे हैं, जिस कारण उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं होता है और वे उनकी मेहनत पर पानी फेर देते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जनता उनके सीधेपन का फायदा उठा रही है। मनगढ़ंत बाते की जा रही हैं। उन्हें ट्रांसफर तक की धमकी दी जाती है।

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले चिकित्सक ने उनसे कहा कि उनके बेटे का मुंडन है तो सरकारी क्वाटर को खाली कर दें। उन्होंने चिकित्सक से क्वाटर खाली करने के लिए साफ मना कर दिया, जिस पर चिकित्सक भड़क गया। फार्मासिस्ट अरूण मैठाणी ने कहा कि चिकित्सक छुट्टी पर रहते हैं और उन्हें कोई छुट्टी नहीं दी जाती है। चिकित्सक उनके साथ भेदभाव कर रहा है, जबकि ग्रामीण जनता भी उन्हें परेशान करती रहती है।

 

 

 

 

 

 

 

 

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