हरिद्वार महाकुंभ में ई-पास से श्रद्धालुओं को प्रवेश व स्नान की मिलेगी अनुमति..
उत्तराखंड : जिस तेजी के साथ उत्तराखंड में कोरोना सक्रमण फ़ैल रहा है उसे देखते हुए राज्य सरकार ने 2021 में लगने वाले कुंभ मेले में श्रद्धालुओं की तदाद को सिमित करने के लिए ई पास-जारी करने का ऐलान किया है जिसका भारतीय अखिल अखाडा परिषद ने स्वागत किया हैं परिषद ने कहा कि कुंभ मेले का आयोजन सकुशल संपन हो जाए इसके लिए वे राज्य सरकार के साथ खड़े रहेंगे!
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के मुताबिक कुंभ मेले के दौरान सिर्फ मुख्य स्नान पर ही श्रद्धालुओं के लिए ई-पास की व्यवस्था होगी। अन्य दिनों में कोई भी श्रद्धालु आकर गंगा स्नान कर सकता है। कोर कमेटी मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में कौशिक ने कहा कि शाही स्नान का दिन और समय तय होता है। कौन सा अखाड़ा किस समय स्नान करेगा, यह पूर्व निर्धारित होता है। इस दौरान मुख्य हर की पैड़ी क्षेत्र में आम लोगों का स्नान नहीं होता है।
उन्होंने बताया कि सामान्य तौर पर मुख्य स्नान के दिन करोड़ों लोगों के हरिद्वार आने की संभावना रहती है। इसलिए सरकार मुख्य स्नान पर पास व्यवस्था लागू करने पर विचार कर रही है। इसके लिए देखा जा रहा है कि हरिद्वार के घाटों की क्षमता कितनी भीड़ वहन करने की है। इसी आधार पर मुख्य स्नान के दिन श्रद्धालुओं की संख्या तय की जा सकती है।
अगर कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुपालन के साथ महाकुंभ हुआ तो भी मुख्य स्नानों पर लाखों श्रद्धालु गंगा में स्नान कर सकेंगे। कुंभ पुलिस ने इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली है। एक लाख 94 हजार वर्ग मीटर एरिया में फैले गंगा के 107 घाटों पर शारीरिक दूरी के साथ श्रद्धालुओं को स्नान कराने की योजना है। हर श्रद्धालु को कुंभ के पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से इस सहमति दे दी है।