ऑल वेदर के नाम पर हो रहा प्रकृति के साथ खिलवाड…
उत्तराखंड: आम जनमानस जहां कोरोना महामारी मे सास की जैसी बीमारी और शुद्ध हवा के लिए परेशान है वही क्रेसर मालिक फल फूल रहे है रुद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र मे गुप्तकाशी ल्वारा मोटर मार्ग पर नागराज मे क्रेशर मशीन से प्रति दिन कुंटल मिट्टी रेत का ढुलान किया जा रहा जिसका कोई रिकॉर्ड नही है। इससे अगल बगल के गाँव मे बहुत ही दिक्कत हो रही है देवांगण,ल्वारा, ल्वाणी, सल्या , तुंलगा लम्मगौडी़ , देवली, भणीग्राम, फहली पसालत, सॅल्या, तुल्लंगा, देवली भडीग्राम इन गाँवो मे क्रेशर से उत्पन्न धूल से लोग खाशा परेशान है।
गुप्तकाशी ल्वारा मोटर मार्ग में निर्धारित मानकों का पालन नहीं नहीं किया जा रहा है। जिसकी सजा गांव सहित आसपास के लोगों और राहगीरों को भुगतनी पड़ रही है। गुप्तकाशी ल्वारा मोटर मार्ग से आए दिन ग्रामीणों का आवागमन होता रहता है। इसके बाद भी यहां पर क्रेशर मशीन से प्रति दिन रेत मिट्टी का ढुलान किया जा रहा हैं। जिसके कारण यहां पर उड़ने वाली धूल धुंध बनकर आसपास के वातावरण में छा जाती है। मानव और पर्यावरण एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं। जिसके प्रदूषण होने से मानव शरीर और स्वास्थय पर सीधा असर पड़ता है। वैसे देखा जाये तो पर्यावरण के प्रति सचेत होने की सीख पूरे विश्व को साल 2020 से कोरोना महामारी के प्रकोप से अच्छे से मिल गयी हैं। जिसने प्रकृति पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव भी डाला हैं। बावजूद इसके भी प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं।
आज विश्व पर्यावरण दिवस के इस अवसर पर जिलाधिकारी महोदय से निवेदन है की क्रेशर को उचित समय के लिए बन्द किया जाय। या इसकी समय सीमा कम की जाय। इसके लिए जो नियम निर्धारित किए गए हैं उनका पालन क्रेशर मशीनों के संचालको से करवाया जाये। जिससे आसपास रहने वाले लोगों को इससे होने वाले प्रदूषण से बचाया जा सके है।