रुद्रप्रयाग। पुनर्नियुक्ति की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों ने केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव एवं मां गौरी के मंदिर गौरीकुण्ड से जन चेतना रैली का शुभारम्भ किया। गेस्ट टीचरों ने सबसे पहले गौरी माई मंदिर में सरकार के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया, जिसके बाद गौरीकुंड बस अड्डे में विरोध स्वरूप अपनाई गई शैक्षणिक डिग्रीयों की प्रतियां जलाई और गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक रैली निकालते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
शुक्रवार को अतिथि शिक्षक केदारनाथ यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव गौरीकुंड पहुंचे और सबसे पहले सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए गौरा माई मंदिर में यज्ञ किया। यज्ञ करने के बाद गेस्ट टीचरों ने शैक्षणिक डिग्रीयों की प्रतियां जलाई और रैली निकालकर सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। शिक्षकों ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार में मिले रोजगार को वर्तमान भाजपा सरकार छिनने का प्रयत्न कर रही है। यह शिक्षकों के साथ अन्याय है। नई सरकार अपने नये-नये नियमों को थोप रही है। आगामी चुनावों में इसके लिए सरकार को अतिथि शिक्षकों के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। अतिथि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश सेमवाल ने कहा कि सरकार न्यायालय में लंबित प्रकरण पर उदासीन रैवैया अपना रही है। उन्होंने सरकार से मांग की सरकार अतिथि शिक्षकों को जल्द से जल्द पुनर्नियुक्ति दे और अतिथि शिक्षकों के सुरक्षित भविष्य के लिए स्थायी समाधान निकाले। रैली में विभिन्न जनपदों से आये हुए अतिथि शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। रैली में आशीष जोशी, विनय जगवान, गोपाल मखनवाल, कुलदीप बिष्ट, प्रवीण जोशी, अनिल सेमवाल, दिनेश गोस्वामी, धर्मेन्द्र पूरी, जीतेन्द्र करासी, बीना किमोठी, नेहा रावत, मीता चैहान, सरिता रावत, राखी सहित कई मौजूद थे।