उत्तराखंड

इन लोगों ने महिला के साथ न सिर्फ़ बलात्कार किया बल्कि उसके शव को तेज़ाब से भी जला डाला

मसूरी। पुलिस ने एक दिल दहलाने वाले मामले का ख़ुलासा किया है। दरअसल, क़रीब एक माह पूर्व एक महिला का शव सड़ी-गली अवस्था में बरामद हुआ था। इस मामले का पटाक्षेप करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ़्तार कर दिया है। आरोपियों ने महिला के साथ इतनी घिनौनी हरकत की कि सुनकर पैरों तले ज़मीन खिसक जाए। महिला के साथ न सिर्फ़ सामूहिक बलात्कार किया गया, बल्कि उसकी गला घोटकर हत्या भी कर दी गई। महिला की पहचान ना हो पाए, इसलिए लाश के चेहरे पर तेजाब डालकर खराब कर दिया और हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसे दूर जंगल में ले जाकर चुन्नी से गले में फंदा डालकर पेड़ से लटका दिया।

घटना क़रीब एक महीने पुरानी है। 20 जुलाई को थाना मसूरी को सूचना मिली कि चूनाखाला के जंगल में एक अज्ञात महिला का शव सडी गली अवस्था में पेड से लटका हुआ है। इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक मसूरी मय फोर्स के मौके पर पहुँचे एवं मृतका का पंचायतनामा भरकर घटना स्थल के आस-पास से साक्ष्य एकत्र किये गये। बाद पचांयतनामे की कार्यवाही के शव को कम्यूनिटी अस्पताल मसूरी में रखा गया।
मृतका महिला की शिनाख्त विजय पत्नी श्री रूकम दास नि0 ग्राम सिगोंट थाना डुण्डा जनपद उत्तरकाशी के रूप में हुई। यह भी पता चला की कुछ दिवस पूर्व ही मृतका का रूकम दास से विवाह हुआ था और मृतका अपने पति रूकम दास के साथ चण्डीगड़ रहने चली गयी थी। 15 जुलाई को मृतका चण्डीगढ़ से अपने पति को बिना बताये कहीं चली गयी। इस सम्बन्ध में रूकम दास ने थाना सुहाना (मोहली) पंजाब में अपनी पत्नी की गुमशुदगी दर्ज करायी है।

पूर्व में मृतका के शव के आस-पास एक मोबाईल फोन व एक सिम प्राप्त हुआ था। जांच में पता चला कि उक्त मोबाईल मृतका का था और बरामद सिम प्रमोद मण्डल पुत्र जागेश्वर मण्डल नि0 ग्राम मटियार कला थाना सियारा जिला सीतामणि विहार के नाम से पंजीकृत था। चूँकि सिम बिहार मूल के व्यक्ति के नाम से होने के कारण घटना में किसी बाहरी व्यक्ति की सलिप्ता को प्रदर्शित कर रहा था।

जांच में यह भी प्रकाश में आया कि मृतका की अपने ही गांव के युवक से जान पहचान थी। उक्त युवक से पुलिस द्वारा पूछताछ की गयी तो पता चला कि 15 जुलाई को मृतका देहरादून में इस युवक से मिलने आयी थी। 16 जुलाई को देहरादून से मसूरी भट्टा गांव पहुची थी। भट्टा पहुँचने पर मृतका द्वारा भट्टा गांव के व्यक्तियों से एवं कुछ बिहारी भाषी व्यक्तियों से उक्त युवक की फोन पर अपने पति के रूप में बात करायी थी।
इस घटना में बाहरी व्यक्तियों की संलिप्तता को दृष्टिगत रखते हुये मसूरी पुलिस ने मसूरी थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम भट्टा फाल के आस-पास प्रत्येक घरों में कार्य/मजदूरी करने वाले व्यक्तियों का सत्यापन करना प्रारम्भ किया।

इस दौरान करीब 150 बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन कर प्रमोद मण्डल को 15 अगस्त को थाना मसूरी पुलिस द्वारा पकड़ा गया। पकड़े जाने पर अभियुक्त ने बताया गया कि वह 16 जुलाई को अपने साथियों राकेश मंडल, सुखाडी मंडल पुत्र उदन मंडल निवासी ग्राम बद्री थाना सियारा जिला राकेश साहनी, नंदू, जयकरण, बिट्टू, ठगा मंडल, नारायण के साथ मजदूरी का कार्य कर रहा था कि तभी दोपहर के समय महिला विजय फोन पर अपने पति से बात कराने के लिए फोन मांगने के लिए आई थी और वह महिला काम की तलाश में भी थी।

प्रमोद मंडल द्वारा अपने फोन से महिला की बात भी कराई थी तथा यह बताया की मृतका महिला की मजबूरी व लाचारी का फायदा उठाकर हम सभी ने उसके साथ बलात्कार किया। घटना का पता लग जाने के डर से महिला का गला घोटकर हत्या कर दी। महिला की पहचान ना हो पाए इसलिए लाश के चेहरे पर तेजाब डालकर खराब कर दिया तथा हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसे दूर जंगल में ले जाकर चुन्नी से गले में फंदा डालकर पेड़ से लटका दिया। अभियुक्तगण द्वारा किए गए उपरोक्त जुर्म को दृष्टिगत रखते हुए अभियोग उपरोक्त में धारा 376(घ) व 34 भादवि की वृद्धि की गई है।

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