देहरादून। पूर्व सीएम हरीश रावत ने साम्प्रदायिकता भारत छोड़ो नारे को हास्यास्पद बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी और संघ परिवार जब तक अपने साम्प्रदायिक ब्रांडों को बंद नहीं करते, तब तक ये नारे बेईमानी हैं।
उन्होंने कहा कि गौ रक्षक, हिन्दू युवा वाहिनी, बजरंग दल जैसे संगठन घृणा फैलाने का काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के मन की बात पर पूर्व सीएम ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस साम्प्रदायिकता के जिन्न को खड़ा किया, अब बोतल में बंद करना उनकी जिम्मेदारी है।
सीएम त्रिवेंद्र पर भी उन्होंने निशाना साधा और कहा कि बेबस मुख्यमंत्री अपनी ही पार्टी में काम करने की आजादी मांग रहे हैं।
किसानों की आत्महत्या पर बोलते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि आत्महत्या को सुसाइड नोट से जोड़ा जा रहा है। सीएम त्रिवेंद्र ने अपने बयानों में कहा है कि किसानों ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है, जो कि हास्यास्पद है।
बाराहोती में भारत की सीमा में चीनी सैनिकों की घुसपैठ पर बोलते हुए हरीश रावत ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के गंभीर मुद्दे पर सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर इस पर कोई बयान क्यों नहीं दे रहा।