रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के बाद हो रहा था ट्रायल..
आबादी में पटरी पर बैठे लोगों को नहीं थी जानकारी..
उत्तराखंड: ट्रायल के लिए 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई गई ट्रेन से कटकर चार लोगों की मौत हुई। जमालपुर फाटक के पास चारों के शव ट्रैक के दोनों किनारों पर क्षत विक्षत हालत में पड़े मिले। रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के बाद शाम के समय हुए हादसे के बाद रेलवे और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ हैं।
एसपी सिटी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं और आननफानन में शवों को रेलवे ट्रैक से उठाया। दो शवों की शिनाख्त पुलिस ने कर ली है, और दो की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। सूचना मिलते ही एसएसपी और जीआरपी हरिद्वार ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने मौके पर पहुंचकर हादसे की जानकारी ली।
लक्सर और हरिद्वार के बीच रेलवे ट्रैक दोहरीकरण का काम पूरा हो गया। बृहस्पतिवार को ट्रायल के लिए ट्रैक पर 120 किमी की स्पीड से ट्रेन चलाई गयी थी। घटनास्थल के आसपास आबादी का क्षेत्र है। बताया जा रहा है कि कुछ समय से ट्रेनों की आवाजाही बंद होने के कारण वह पर आसपास रहने वाले लोग ट्रेन की पटरियों पर घूमने लग गए थे।
ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के फाटक के पास कुछ युवक बृहस्पतिवार को ट्रैक पर बैठे हुए थे। इसी बीच 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल के लिए ट्रेन वहां से गुजरी।और ट्रेन की स्पीड अधिक होने पर युवकों को वहां से भागने का मौका नहीं मिला पाया। और पलभर में ट्रेन चारों युवकों के ऊपर से गुजर गई। घटना की सूचना ट्रेन के लोको पायलट ने आरपीएफ और रेलवे कंट्रोल रूम में दी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक कमलेश उपाध्याय और ज्वालापुर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी मौके पर पहुंचे। और पुलिस ने क्षत विक्षत पड़े शवों को उठवाया और उनकी शिनाख्त की कोशिश की। जीआरपी के एसएसपी मंजूनाथ टीसी भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वहीं, आरपीएफ और जीआरपी के जवान रेलवे ट्रैक पर कांबिंग कर रहे हैं।