उत्तराखंड

रुद्रप्रयाग जिले के दूरस्थ क्षेत्र मनसूना पहुंची जिलाधिकारी वंदना सिंह..

जिलाधिकारी वंदना सिंह

कोविड 19 की भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ होगी कार्यवाही..

रुद्रप्रयाग: विकासखंड ऊखीमठ की न्याय पंचायत मनसूना पहुंची जिलाधिकारी वंदना सिंह ने लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरुक किया। साथ ही लोगों से किसी भी तरह के भ्रामक प्रचार प्रसार व अंधविश्वास से बचने की अपील की। इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल साइट्स के माध्यम से ये भ्रम फैलाया जा रहा है कि कोविड-19 की सैंपलिंग के लिये पैसा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग चिन्हित किए जा रहे हैं, इनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जो लोग ऐसी पोस्ट पर सहमति अथवा पोस्ट को शेयर करते हैं, उन पर भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसलिए ऐसी किसी भी पोस्ट पर विश्वास न करें और न ही शेयर करें।

 

 

कहा कि यदि किसी गांव में सौ व्यक्ति कोविड जांच करने को तैयार होते हैं, तो उस गांव में स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर आयोजित करते हुए पूरे गांव की निःशुल्क सैंपलिंग की जाएगी। उन्होंनें लोगों को आइसोलेशन का महत्व समझाते हुए कहा कि इससे परिवार के अन्य सदस्य खासकर बुजुर्ग, बच्चे व अन्य बीमार लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकता है। जिलाधिकारी ने लोगों को कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत आवश्यक दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की। कहा कि कोरोना काल के दौरान बेहतर ढंग से कार्यरत ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत जिला पूर्ति विभाग द्वारा जन जागरुकता के प्रचार-प्रसार के लिये बैनर, पोस्टर चस्पा किए गए हैं। इस बीच विभागीय 12 कर्मचारियों की कोविड जांच की गई। इन सभी की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

जिला पूर्ति अधिकारी बचन सिंह रावत ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कोविड-19 से बचाव के लिये विभागीय स्तर पर कार्ययोजना तैयार की गई है, इसके तहत सभी उचित दर विक्रेताओं को क्या करें, क्या न करें की लिस्ट तैयार करते हुए दुकान पर चस्पा करने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा सभी पेट्रोल पंप व गैस एजेंसियों को भी बैनर पोस्टर के माध्यम से प्रचार-प्रसार के लिये निर्देशित किया गया है। पेट्रोल पंपों में मास्क नहीं तो तेल नहीं स्लोगन अनिवार्य रूप से अंकित किए जाने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि विभाग से संबंधित 12 कर्मचारियों की कोविड जांच की गई तथा सभी की जांच आख्या नेगेटिव आई है।

 

 

 

वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देश पर जिला पंचायत में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों की कोविड -19 सैंपलिंग की गई थी, इन सभी 23 कार्यरत कार्मिकों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसके अलावा कोविड -19 के बचाव के लिये जिला पंचायत द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को 10 लाख रुपए की धनराशि भी दी गई है। अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत ने बताया कि पूर्व में जिलाधिकारी के निर्देश पर कोविड -19 की जांच के लिये निर्देश प्राप्त हुए थे, जिसके क्रम में अपर मुख्य अधिकारी, प्रभारी अभियंता, प्रशासनिक अधिकारी, लेखाकार, प्रधान सहायक, वरिष्ठ सहायक, कनिष्ठ अभियंता, कंप्यूटर ऑपरेटर, वाहन चालक व दैनिक कार्मिकों सहित कुल 23 लोगों की जांच की गई। इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अंतर्गत जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र में कोविड -19 नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। जिसकी रोकथाम के लिए अभी तक विभिन्न वार्डों व कस्बों से कोविड -19 के 416 टेस्ट किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कोविड -19 बचाव के लिये 500 एमएल सैनिटाइजर की 200 बोतल, 450 मास्क, 200 ग्लब्स तथा जनपद के 336 ग्राम प्रधानों को सोडियम हाइपो क्लोराइड पीपी. किट वितरित किए गए हैं।

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