लोनिवि रुद्रप्रयाग में तैनात हैं 54 कर्मचारी, छह माह से नहीं मिला मानदेय
जन अधिकार मंच ने कहा, आउटसोर्स कर्मचारियों की मुखरता से लड़ी जाएगी लड़ाई
रुद्रप्रयाग। ललोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग में विभिन्न सड़कों के अनुरक्षण के लिए एक वर्ष पूर्व बेलदार और मेट के पदों पर कर्मचारियों की आउटसोर्स के जरिये नियुक्ति दी गई थी। लेकिन आज तक न तो कर्मचारियों को समय पर मानदेय मिला है और ना ही इनके ईपीएफ और ईएसआई की जानकारी दी गई है। आउटसोर्स कंपनी माॅस मैनेजमेंट द्वारा इन कर्मचारियों का मानदेय खाते में देने के बजाय इनके हाथों में थमाया जाता है। पिछले छह माह से कर्मचारियों को मानदेय ही नहीं मिला है। एक साल का काॅन्ट्रेक्ट खत्म होने के बाद उन्हें अभी तक दोबारा नियुक्ति नहीं मिली है। जबकि पिछले माह नियुक्ति के लिए टेंडर भी निकाला गया था।
लोनिवि आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष सुबोध कांत, जय प्रकाश, सुरजी देवी, आशा देवी, कादंबरी देवी, सरस्वती देवी, राजेश मिश्रा, मुकेश गैरोला, प्रेम लाल सहित अन्य कर्मचारियों का कहना है कि पिछले छह माह से मानदेय न मिलने के कारण अब उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उनका शोषण हो रहा है। विभागीय अधिकारी उनकी अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मांग यही है कि हमें हर माह मानदेय दिया जाय और हमें पुनर्नियुक्ति दी जाय। साथ ही ईपीएफ और ईएसआई की जानकारी भी हमें दी जाय। उन्होंने कहा कि उनकी मांगें पूरी नहीं होती है तो आंदोलन के लिए बाध्य हो जायेंगे।
वहीं जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी और मंच के मीडिया प्रभारी भगत सिंह चैहान ने धरने पर बैठे आउटसोर्स कर्मचारियों को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स कंपनियां भोले-भाले कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रही है। इनके खिलाफ मुखरता से आवाज उठाई जाएगी। कर्मचारियों को उनका हक दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जन अधिकार मंच पूरी शिद्दत के साथ कर्मचारियों के हितों की लड़ाई लड़ेगा।