हेली टिकट के नाम पर यात्रियों को लूट रहे साइबर ठग..
शासन-प्रशासन साइबर ठगों पर अंकुश लगाने में दिख रहा नाकाम..
रुद्रप्रयाग। बाबा केदारनाथ धाम के लिए संचालित हेली सेवाओं की ओर से इस वर्ष अच्छा कारोबार किया जा रहा है, वहीं केदारनाथ हेली के नाम पर साइबर ठगों द्वारा कई तीर्थ यात्रियों के साथ ठगी भी की जा रही है। केदारनाथ यात्रा पर संचालित हेली सेवाओं के टिकट जारी करने की जिम्मेदारी यूकाडा ने जीएमवीएन को दी है और ऑनलाइन टिकट के साथ ही ऑफलाइन टिकट जीएमवीएन ही जारी कर रहा है, मगर यात्रा के शुरूआत से लेकर अभी तक तीर्थयात्री ठगी का शिकार हो रहे हैं। जिस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
मध्य प्रदेश से आए 6 लोगों के ग्रुप ने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन टिकट बुक किया, जिसमें उन्हें पवन हंस हेली सेवा का टिकट जारी हुआ। उनके द्वारा पवन हंस हेली ऑफिस में जानकारी ली गई, जहां उन्हें पता चला कि उनके साथ फ्रॉड हुआ है। जीएमवीएन एवं हेली ऑपरेटर द्वारा उन्हें सही जानकारी तक नहीं दी गई। दोनों द्वारा कुछ भी बोलने से मना किया गया। वहीं गुरुवार को तीन ग्रुप इस प्रकार की ठगी के शिकार हुए।
तीनों ग्रुपों के साथ ही पवन हंस के नाम पर ठगी की गई थी। यात्रियों ने जीएमवीएन पर आरोप लगाया कि चारधाम यात्रा पर भारी तादात में श्रद्धालु दर्शनों को आते हैं। श्रद्धालुओं को सही जानकारी न होने से वो ठगी के शिकार हो जाते हैं। जीएमवीएन को टिकट आवंटन की सही जानकारी हर प्रदेश तक पहुंचानी चाहिए। होटल एसोसिएशन के सचिव नितिन जमलोकी व उपाध्यक्ष प्रमोद नौटियाल ने कहा कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। हेली टिकट की जो ठगी हो रही है, इस पर अंकुश लगना बहुत जरूरी है। इस प्रकार की घटनाओं से केदारनाथ यात्रा पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने शासन-प्रशासन से व्यवस्था में शीघ्र सुधार लाने की मांग की।