कारपेंटर ने व्यापारी की पत्नी को उतारा मौत के घाट, जानिए क्यों..
देश-विदेश : लखनऊ के गोमतीनगर के विश्वास खंड में व्यापारी डॉ. हर्ष अग्रवाल की पत्नी रुचि अग्रवाल का बुधवार दोपहर उनके घर में काम कर रहे कारपेंटर (बढ़ई) ने बड़ी बेरहमी से कत्ल कर दिया है। आरोपी ने पहले रुचि की बेटी के गले पर बरमा रखकर जान से मारने की धमकी दे दी। इस पर रुचि ने बेटी से कमरे में भागने को कहा तो कारपेंटर ने उन पर हमला कर दिया।
रुचि ने बचाव में संघर्ष किया मगर आरोपी हंसते हुए उन पर वार करता रहा। उसने हॉल में तोड़फोड़ करने के साथ ही पालतू कुत्ते पर भी हमला कर लहूलुहान कर दिया। सूचना पर पहुंचे पड़ोसियों ने रुचि को लोहिया अस्पताल पहुंचा दिया, जहां कुछ देर बाद ही मौत हो गई। पुलिस ने कुछ घंटे में ही आरोपी कारपेंटर को ठाकुरगंज के फरीदीपुर स्थित उसके घर से दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि बिजनेस करने के लिए रकम देने से मना करने से वह नाराज था।
अमीनाबाद के गणेशगंज के मूल निवासी डॉ. हर्ष अग्रवाल ने 139 विश्वासखंड, गोमतीनगर में अपना नया मकान बनवाया है। दीपावली पर ही वह पत्नी रुचि (38), बेटी प्रियांशी (16) व वामिका (13) के साथ मकान के दूसरे तल पर शिफ्ट हुए थे। प्रथम तल पर डॉ. हर्ष के छोटे भाई अमित अग्रवाल उर्फ मंटू के रहने के लिए फिनिशिंग का काम चल रहा था।
एमबीबीएस करने के बाद हर्ष डॉक्टरी का पेशा न कर पारिवारिक व्यापार संभालते हैं। वह आईटीसी के डिस्ट्रीब्यूटर हैं और ट्रांसपोर्टनगर में ऑफिस व गोदाम बना रखा है, जबकि मंटू गणेशगंज में एकता एजेंसी के नाम से आटा, मैदा, घी-तेल का थोक कारोबार करते हैं।
गले पर बरमा रखकर जान से मारने की धमकी देने लगा..
डॉ. हर्ष के मकान के प्रथम तल पर ढाई महीने से कारपेंटर गुलफाम व उसका एक साथी काम कर रहा था। बुधवार दोपहर करीब एक बजे रुचि लॉरेटो कॉन्वेंट में पढ़ने वाली दोनों बेटियों को लेकर घर लौटी थीं। तभी पति का फोन आ गया। वह हॉल में बैठी फोन पर बात कर ही रही थीं कि कारपेंटर गुलफाम आ गया और बेटी वामिका के गले पर बरमा रखकर जान से मारने की धमकी देने लगा।
इस पर घबराईं रुचि ने बेटी से कमरे में भागने को कहा और गुलफाम से भिड़ गईं। फोन पर रुचि की चीख सुनकर डॉ. हर्ष घबरा गए और अनहोनी की आशंका में उन्होंने अपने पड़ोसियों व कुछ परिचितों को फोन करके तत्काल घर पहुंचने को कहा। बड़ी बेटी प्रियांशी तुरंत नीचे भागी और गेट के पास बैठे अपने बुजुर्ग नौकर नंदलाल को बताया कि गुलफाम ने मम्मी को चाकू मार दिया है। फिर वह मदद मांगने पड़ोसी के घर में घुस गई।
इस बीच रुचि ने कमरे में जाकर जान बचाने की कोशिश की मगर गुलफाम भी कमरे में घुस गया। बचाव के लिए रुचि ने काफी देर तक उससे संघर्ष किया मगर गुलफाम ने उनके पेट, कंधे व हाथ पर बरमा से कई वार कर दिए।
बिजनेस शुरू करने के लिए पैसा नहीं देने पर था नाराज..
चंद मिनट में ही डॉ. हर्ष के पड़ोसी व कई परिचित घर पहुंच गए और खून से लथपथ रुचि को लेकर लोहिया अस्पताल भागे। मगर घाव गहरे होने से अधिक खून बह जाने के कारण कुछ देर में ही रुचि की मौत हो गई। वहीं, वारदात के दौरान घबराकर भागने से गिरकर वामिका के पैर में मामूली चोट आई है।
एडीसीपी पूर्वी एसएम कासिम आब्दी ने बताया है कि आरोपी को ठाकुरगंज के फरीदीपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। गुलफाम नशे का आदी है और बिजनेस शुरू करने के लिए रकम नहीं देने पर वह डॉ. हर्ष से नाराज हुआ था। इसी वजह से उसने रुचि की हत्या करने की बात स्वीकार की है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।