लाठीचार्ज, आगज़नी और पत्थरबाज़ी हुई
वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कैम्पस में हुई छेड़खानी के विरोध में प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर सुरक्षा कर्मियों में जमकर लाठियाँ भांज दी। छात्राएँ वीसी से मिलने उनके आवास पर जा रहे थे, इसी बीच सुरक्षा कर्मियों से उनकी झड़प हुई और फिर छात्राओं पर लाठी चार्ज किया गया। घटना में कई छात्राए घायल हो गई हैं
छात्रा से कैम्पस में हुई छेड़खानी के विरोध में बीएचयू मुख्यद्वार पर दो दिनों से छात्रायें प्रदर्शन कर रही हैं। इस दौरान हुई लाठीचार्ज में छात्राओं के साथ समाज शास्त्र की शिक्षिका भी घायल हो गई हैं। चतुराई की पिटाई से छात्र भी भड़क गए हैं। इस बीच कैम्पस में पथराव और आगज़नी की घटना होने से हालात बिगड़ रहे हैं।
हालात क़ाबू करने के लिए बीएचयू कैम्पस में एसपी सिटी के साथ पुलिस पहुँच गई है। छात्राओं की माँग है कि वाइस चांसलर उनसे बात करें और कैंपस में उनकी सुरक्षा की गारंटी दें। लेकिन वीसी ने कह दिया है कि ये छात्राएं विपक्षी दलों से मिली हुई हैं और वो राजनीति से प्रेरित हैं।
आंदोलनरत छात्राओं की मांगे निम्नलिखित है –
“स्वतंत्रता ,समता ,सुरक्षा, शिक्षा एवं शांति ”
• छेड़खानी के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाहीं की जाय।
• परिसर के सभी अंधेरे रास्तों और चौराहों पर प्रकाश की उचित व्यवस्था की जाए।
• 24/7 सुरक्षा गार्डों को परिसर की सुरक्षा के लिए और जिम्मेदार बनाया जाए।
• परिसर के सभी प्रशासनिक कर्मचारियों एवं अध्यापकों में लैंगिक संवेदनशीलता लायी जाए।
• सभी छात्राओं के लिए छात्रावास कर्फ्यू टाइमिंग्स हटाई जाएं।
• महिला छात्रावासों के अधिकारीगण तथा अन्य सहायक कर्मचारी में सामंजस्य को बढ़ावा दिया जाए।
• लापरवाह व गैर ज़िम्मेदार सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ जल्द से जल्द उचित करवाई की जाए।
• विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न प्रवेश द्वारों पर चेक पॉइंट बनाये जाएँ।
• महिला छात्रावास में खाने के व्यंजन एवं सभी आहारों में समता हों।
• GSCASH(Gender Sensitisation Committee against Sexual Harassment ) स्थापना की जाय।
• महिला सुरक्षा कर्मियों की भर्ती की जाय।
• परिसर में प्रत्येक संकाय या संस्थान स्तर पर लैंगिक संवेदनशीलता के प्रसार के कार्यक्रम अनिवार्य करना।
• परिसर के सभी प्रवेश द्वार में CCTV कैमेरा लगाया जाय।
• परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया जाय और प्रॉक्टर की जवाबदेही तय की जाय।
• महिला हेल्पलाइन नम्बर परिसर में मुख्य-मुख्य जगह पर लिखा जाय।