उत्तराखंड के इस युवक ने विदेश में लहराया परचम..
कर्ज लेकर चैंपियनशिप में किया प्रतिभाग, जीता मेडल..
कहते हैं ना कि हुनर और काबिलियत के आगे परिस्थितियां कभी मायने नहीं रखती। अगर आप में कुछ हासिल करने का जोश जूनून और जज्बा हो, तो विषम से विषम परिस्थितियां भी आपके आगे घुटने टेकने को मजबूर हो जाती है। इस बात को साबित कर दिखाया है उत्तराखंड के छोटे से गांव के जय ने।
उत्तराखंड: कहते हैं ना कि हुनर और काबिलियत के आगे परिस्थितियां कभी मायने नहीं रखती। अगर आप में कुछ हासिल करने का जोश जूनून और जज्बा हो, तो विषम से विषम परिस्थितियां भी आपके आगे घुटने टेकने को मजबूर हो जाती है। इस बात को साबित कर दिखाया है उत्तराखंड के छोटे से गांव के जय ने। उधमसिंह नगर के छोटे से गांव के एक जय ने विदेश में विजय हासिल कर उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। कर्ज लेकर बैंकॉक में आयोजित सातवीं एशियन जुजित्सु चैंपियनशिप में प्रतिभाग कर जय प्रकाश ने कांस्य पदक जीता है। उनकी इस कामयाबी से उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है।
आपको बता दे कि 24 से 28 फरवरी तक बैंकॉक के रैंगसिट यूनिवर्सिटी स्टेडियम में एशियन चैंपियनशिप का आयोजन हुआ। इसमें 30 देशों से 500 से अधिक खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता में भारत देश की ओर से 34 खिलाड़ियों ने देश का प्रतिनिधित्व किया। जिसमें उत्तराखंड से रुद्रपुर के बुक्सौरा गांव निवासी जयप्रकाश, हल्द्वानी की नव्या पांडेय और आदर्श शर्मा ने बेहतरीन प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीता। विजेता खिलाड़ियों को चीन के होंगझाऊ शहर में आयोजित होने वाले एशियन गेम्स में शामिल किया जाएगा।
बता दें कि ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके पिता मजदूरी करते हैं और बेटे को विदेश भेजने के लिए 90 हजार रुपये जुटाना उनके लिए मुश्किल था। फिर खेल प्रेमी आगे आए और मदद जुटाई। मां ने भी महिला समूह से रुपये उधार लेकर बेटे को रवाना किया। जय प्रकाश ने बैंकॉक पहुंचकर अपना जलवा दिखाया और भारत के लिए कांस्य पदक जीता है। कांस्य पदक जीतने के बाद बधाई देने के लिए जय प्रकाश के घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है।