उत्तराखंड

आज हरिद्वार में विसर्जित की जाएंगी सीडीएस बिपिन रावत व पत्नी की अस्थियां..

आज हरिद्वार में विसर्जित की जाएंगी सीडीएस बिपिन रावत व पत्नी की अस्थियां

वीआईपी घाट पर विसर्जित की जाएंगी अस्थियां..

अखाड़ा परिषद बिपिन रावत की स्मृति में बनाएगा शहीद सैन्य धाम..

 

 

 

सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी की अस्थियां आज हरिद्वार में वीआईपी घाट पर विसर्जित की जाएंगी।

उत्तराखंड: सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी की अस्थियां आज हरिद्वार में वीआईपी घाट पर विसर्जित की जाएंगी। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय का कहना हैं कि दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी की अस्थियां हरिद्वार पहुंचने की मौखिक जानकारी मिली है। अभी तक लिखित रूप से प्रशासन को कोई भी जानकारी नहीं आई है। लेकिन प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर दी है।

डीएम का कहना हैं कि अस्थियों को उनकी बेटियां कृतिका और तारिणी व पारिवारिक सदस्य हरिद्वार लेकर आएंगे। उनके काफिले में करीब छह से सात वाहन होंगे। वीआईपी घाट पर अस्थि विसर्जित की जाएंगी। इसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के पहुंचने की भी संभावना जताई जा रही है। हालांकि इसका भी लिखित कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है।

आपको बता दे कि श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े की देशभर की शाखाओं एवं मठों में देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी एवं अन्य सैन्य अधिकारियों के आकस्मिक निधन पर उनकी आत्माओं की शांति के लिए विशेष श्रद्वांजलि सभा एवं शांति यज्ञ आयोजित हुए। हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं निरंजनी अखाड़ा सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी और महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी का कहना हैं कि अखाड़े एवं संत समाज मिलकर जनरल बिपिन रावत की स्मृति में भव्य शहीद धाम बनाएंगे। जो कि उत्तराखंड का पांचवां धाम बनेगा।

 

उत्तराखंड के चारों पवित्र धामों की यात्रा के साथ इस धाम के दर्शन के लिए भी यात्री आएंगे। इसके साथ ही श्रीमहंत ने कहा कि यदि सरकार अखाड़ा परिषद को भूमि उपलब्ध कराती है तो अखाड़ा परिषद समस्त अखाड़ों और साधु-संतों के सहयोग से भव्य स्मारक एवं धाम बनाएंगे। उन्होंने दुर्घटना में शहीद सैन्य अधिकारियों के परिजनों को केंद्र सरकार से 50-50 करोड़ आर्थिक सहायता देने की भी मांग की हैं।

 

 

 

 

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