जानवर के काटने पर एआरवी जरूर लगवाएं: डाॅ हुसैन..
विश्व रेबीज दिवस पर राइंका चमकोट में गोष्ठी का किया आयोजन..
रेबीज से बचाव व उपाय विषय पर आयोजित क्वीज में दिव्या रही अव्वल..
रेबीज नियंत्रण के तरीकों के बारे में किया जागरूक..
पालतू जानवरों की देखभाल व जानवर के काटने से बचाव को दिए सुझाव..
रुद्रप्रयाग। विश्व रेबीज दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में रेबीज से बचाव के लिए जानवरों के काटने पर एंटी रेबीज टीकाकरण लगवाने सहित रेबीज नियंत्रण के तरीकों के बारे में जागरूक किया गया। इस अवसर पर रेबीज से बचाव के उपाय विषय पर आयोजित क्वीज में दिव्या ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ बीके शुक्ला के निर्देशन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में राजकीय इंटर कालेज चमकोट में रेबीज जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर ऐपिडेमियोलाॅजिस्ट डाॅ शाकिब हुसैन ने बताया कि रेबीज से बचाव इसके प्रबंधन और टीकाकरण के प्रति जनजागरूकता के लिए हर वर्ष विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है। बताया कि रेबीज एक विषाणु जनित रोग है। कुत्ते, बिल्ली, बंदर आदि जानवरों के काटने या खरोचने से रेबीज संक्रमण होता है। इसके लक्षण दिखने में काफी समय लग जाता है और देर होने पर यह जानलेवा भी हो सकता है, लेकिन यदि समय रहते इसके प्रति सचेत हो जाएं, तो रोकथाम संभव है। उन्होंने कहा कि कुत्ता या अन्य जानवर के काटने पर घरेलू उपचार न करें। घाव को साबुन और बहते साफ पानी से 10 से 15 मिनट तक अच्छी तरह से धोने, घाव को खुला छोड़ने व घाव पर टांके न लगाएं व तुरंत नजदीकी क्लीनिक या स्वास्थ्य केंद्र में जाकर डाक्टर की सलाह के अनुसार एंटी रेबीज का टीका लगवाने व रेबीज टीकाकरण का पूरा कोर्स करें।
उन्होंने पालतू जानवरों में रेबीज से बचाव के लिए जरूरी उपाय करने के लिए भी जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। कहा कि पालतू जानवरों व मोहल्ले के पालतू जानवरों कों नियमित एंटी रेबीज का टीका लगवाएं। पालतू जानवरों को हमेशा अपनी निगरानी में रखने, पालतू जानवर को किसी अज्ञात जानवर के काटने पर तत्काल उसे एंटी रेबीज का टीका लगवाने व पालतू जानवर को आवारा जानवर से दूर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामुदाय स्तर पर रेबीज की रोकथाम के लिए मोहल्ले में जानवर के काटने की घटना होने पर तत्काल नगर पालिका व पंचायत को सूचित करें।
काउंसलर आरकेएसके विपिन सेमवाल ने कहा कि प्रायः देखा जाता है कि बच्चे कुत्ते या पालतू जानवर के साथ खेलते हैं और खेल-खेल में कुत्ते बच्चों को काट देते हैं। कहा कि बच्चों को कुत्ते के व्यवहार व शारीरिक भाषा के बारे में शिक्षित करें। बच्चों को समझाएं कि सोते या भोजन करते जानवर को न छेड़े, और जानवर के बच्चों को भी न छेड़े। प्रधानाचार्य बीपी भट्ट ने दूरस्थ क्षेत्र में रेबीज दिवस कार्यक्रम आयोजन करने पर आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर आयोजित रेबीज से बचाव के उपाय विषय पर आयोजित क्वीज में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर कक्षा 12 की दिव्या, द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर कक्षा आठ के कृष व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले कक्षा नौ के छात्र को पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में 34 छात्रों के हीमोग्लोबिन की जांच भी की गई।